रायपुर, 29 दिसम्बर (हि.स.)। राजधानी रायपुर में 2020 में हत्या, हत्या के प्रयास, लूट, मारपीट, चोरी-बलवा व दुष्कर्म जैसे 4 हजार से ज्यादा मामले घटित हुए। पिछले कुछ वर्षों से छत्तीसगढ़ में अपराध बढ़े हैं। मारपीट, चाकूबाजी से लेकर रेप और हत्या जैसे मामले बड़े पैमाने पर बढ़े। कई मामलों को पुलिस ने कम समय में ही सुलझाया भी है। पुलिस मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बीते 3 सालों में हत्या के 180 मामले, हत्या के प्रयास के 234 मामले, बलात्कार के 704 मामले, धोखाधड़ी के 993 मामले, मारपीट गाली गुफ़्तार के 7779 मामले, आर्म्स एक्ट के 1329 मामले, नारकोटिक्स एक्ट के 260 मामले, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु (304 ए) के 1247 मामले सामने आए है। राजधानी में साल 2018 में हत्या के 56, हत्या के प्रयास 68, आर्म्स एक्ट के 428, बलात्कार के 214, धोखाधड़ी के 394, मारपीट गाली गुफ़्तार के 2272, नारकोटिक्स एक्ट के 54, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 410 मामले सामने आए है। राजधानी में साल 2019 में हत्या के 65, हत्या के प्रयास 78, आर्म्स एक्ट के 555, बलात्कार के 258, धोखाधड़ी के 352, मारपीट- गाली गुफ़्तार के 2678, नरकोटिकस एक्ट के 101, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 409 मामले सामने आए है। 2020 में इतने अपराध हुए : राजधानी में साल 2020 में हत्या के 59, हत्या के प्रयास 88, आम्र्स एक्ट के 346, बलात्कार के 214, धोखाधड़ी के 247, मारपीट गाली गुफ़्तार के 2829, नारकोटिक्स एक्ट के 105, उपेक्षापूर्ण कार्य से मृत्यु 428 मामले सामने आए है।2018 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 3896 मामले दर्ज किए गए। 2019 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 4496 मामले दर्ज किए गए। पुलिस ने इस साल भी अपराधों को कम करने का प्रयास किया था मगर आकड़ों को देखकर ऐसा नहीं लगता कि अपराध कम हो रहे है। राजधानी में अपराध पर अंकुश लगाने की मुहिम में पुलिस को काफी हद तक सफलता मिल रही है। 2020 में हत्या का प्रयास, अपहरण, डकैती, हमला, मारपीट, दंगे, चोरी व सड़क दुर्घटना आदि की घटनाओं के कुल 4316 मामले दर्ज किए गए।राजधानी की पुलिस ने माह जुलाई से अब तक अपराधिक गतिविधियों में लगातार संलिप्त कुल 67 व्यक्तियों की गुण्डा सूची और 29 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली है। 14 व्यक्ति के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई और 2 व्यक्तियों के खिलाफ एनएसए की कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन जिला दंडाधिकारी रायपुर (कलेक्टर) को भेजा गया है। पुलिस के मुताबिक अपराधिक/असमाजिक तत्वों के विरूद्ध रायपुर पुलिस का यह अभियान लगातार रहेगा जारी। पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार यादव के निर्देशन में रायपुर पुलिस ने कार्रवाई की है। अड्डेबाजों, गुटबाजी करने वालों, संदिग्ध व्यक्तियों सहित अपराधिक तत्वों की लगातार ताबड़तोड़ चेकिंग की गई। अपराधिक गतिविधियों में लगातार संलिप्त व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 5 माह जुलाई से नवंबर तक 44 व्यक्तियों की गुण्डा सूची और 26 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली गई। साथ ही 1 व्यक्ति के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई की गई। इसी तारतम्य में रायपुर पुलिस ने ऐसे अपराधिक तत्वों के खिलाफ लगातार कार्रवाई करते हुए 25 दिसंबर से 28 दिसंबर तक 23 व्यक्तियों की गुण्डा सूची, 3 व्यक्तियों का निगरानी सूची खोली है। 2 व्यक्ति जो थाना कोतवाली क्षेत्र के गुंडा बदमाश है, जिसमें एक व्यक्ति नशीली पदार्थ का कारोबारी है। जुलाई से अब तक कुल 112 असमाजिक/अपराधिक तत्वों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। हिन्दुस्थान समाचार/केशव शर्मा-hindusthansamachar.in