raipur-memorandum-submitted-to-district-education-officer-regarding-fees-being-collected-by-private-schools
raipur-memorandum-submitted-to-district-education-officer-regarding-fees-being-collected-by-private-schools

रायपुर : निजी स्कूलों द्वारा वसूली जा रही फीस को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

रायपुर, 17 मई (हि.स.)। छत्तीसगढ़ प्रदेश के मध्यमवर्गीय नागरिक संगठन द्वारा संयोजक कन्हैया अग्रवाल के नेतृत्व में वर्ष 2020- 21 के शैक्षणिक सत्र एव नए सत्र को लेकर कोविड-19 के संक्रमण और विद्यालयों के बंद रहने के बावजूद निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली का विरोध किया है। साथ ही अभिभावकों पर लगातार प्रताड़ित किए जाने की शिकायतों के बाद सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौपा है। मध्यम वर्गीय नागरिक संगठन के संयोजक ने कहा कि अभिभावक तथा स्कूल एसोसिएशन द्वारा दायर याचिका पर माननीय उच्च न्यायालय द्वारा ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए जाने एवं केवल ट्यूशन फीस लिए जाने के आदेश के परिपेक्ष में ज्ञापन दिया गया है। मध्यम वर्गीय नागरिक संगठन के कन्हैया अग्रवाल ने बताया कि पिछले वर्ष भी इस निर्देश की आड़ में निजी स्कूलों द्वारा संपूर्ण फीस को ट्यूशन फीस बताकर अभिभावकों से जबरदस्ती वसूली की गई। बहुत से विद्यालयों में ऐसे मामले भी सामने आए तथा कई जगह बच्चों को उनके परीक्षा परिणामों से वंचित करते हुए रिजल्ट रोक देने की धमकी भी दी गई। उन्होंने बताया कि नया शैक्षणिक सत्र 2021- 22 के प्रारंभ होने की स्थिति में पुनः निजी स्कूलों से इस तरह की शिकायतें लगातार प्राप्त हो रही है। कोरोना की महामारी के चलते मध्यमवर्गीय एवं निम्न मध्यमवर्गीय परिवार कर्ज से दबा हुआ है तथा निजी स्कूलों के द्वारा जितनी फीस 2019-20 के शिक्षण सत्र में ली गई थी, उससे कहीं ज्यादा फीस न्यायालय के आदेश के बावजूद सत्र 2020- 21 एवं सत्र 2021- 22 में वसूली जा रही है। छत्तीसगढ़ मध्यम वर्गीय नागरिक संगठन ने अपने लिखित ज्ञापन में बताया है कि न्यायालय के आदेश सिर्फ ट्यूशन फीस लिए जाने को लेकर है किंतु निजी स्कूलों द्वारा इस आदेश के आड़ में सभी प्रकार के शुल्क जैसे वाहन, लैब, लाइब्रेरी, कंप्यूटर ,स्पोर्ट्स, एनुअल फंक्शन आदि भी जोड़कर ट्यूशन फीस के हिस्से के रूप में लिया जा रहा है जो कि दिशा निर्देश का खुला उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि 2019- 20 की फीस के अनुसार ही समस्त प्रकार के शुल्क को जोड़कर ली गई ज्यादा फीस को तत्काल वापस किया जाए । स्कूल प्रबंधन विद्यार्थियों के आर्थिक शोषण के साथ ही प्रशासन के साथ भी खिलवाड़ कर रहे हैं, जिस पर प्रशासन द्वारा तत्काल अंकुश लगाया जाना चाहिए। जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर को ज्ञापन सौंपने गए प्रतिनिधिमंडल में संयोजक मंडल के कन्हैया अग्रवाल, अंकित झाबक, राजा भट्टर, विकास धाड़ीवाल एवं सुरेश बाफना शामिल थे। हिन्दुस्थान समाचार/चंद्रनारायण शुक्ल

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in