रायपुर - देश के पर्यटन नक्शे पर महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में उभरेगा छत्तीसगढ़ का डोंगरगढ़: भूपेश बघेल
मुख्यमंत्री बघेल और केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल भी वर्चुअल माध्यम से समारोह में जुड़े रायपुर, 2 मार्च (हि. स.)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल डोंगरगढ़ में पर्यटन सुविधाओं के विकास के स्वीकृत की गई 43.33 करोड़ रूपए की लागत की माँ बम्लेश्वरी देवी मंदिर डोंगरगढ़ विकास परियोजना के पूरा होने से छत्तीसगढ़ का डोंगरगढ़ देश के पर्यटन नक्शे पर महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल के रूप में उभरेगा। केन्द्रीय पर्यटन राज्य मंत्री प्रहलाद पटेल ने कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कहा कि डोंगरगढ़ परियोजना में चन्द्रगिरी तीर्थ को भी शामिल किया जाना चाहिए। इसका लाभ क्षेत्र में पर्यटन में मिलेगा। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय द्वारा स्वीकृत परियोजनाएं समय पर पूरी होंगी। ताकि पर्यटन से संबंधित दूसरी परियोजनाओं के लिए राशि का आबंटित की जा सके। उन्होंने बताया कि प्रशाद परियोजना के अंतर्गत पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण ऐसे सभी स्थलों में विश्वस्तरीय जन सुविधाएं विकसित करने का काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री आज यहां विधानसभा परिसर स्थित अपने कार्यालय कक्ष से डोंगरगढ़ में आयोजित माँ बम्लेश्वरी देवी मंदिर डोंगरगढ़ विकास परियोजना के भूमिपूजन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता केन्द्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्य मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने की। श्री पटेल भी वर्चुअल माध्यम से समारोह में शामिल हुए। डोंगरगढ़ में आयोजित कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने भूमिपूजन किया। रायपुर में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशाद योजना की इस परियोजना के पूरे होने से डोंगरगढ़ आने वाले पर्यटकों को यहां विश्वस्तरीय सुविधाएं मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस योजना में मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर की पहाड़ी और प्रज्ञा गिरी पहाड़ी को शामिल किया गया है। यहां चन्द्रगिरी में जैन तीर्थ भी बन रहा है। छत्तीगसढ़ के पर्यटन मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ में पर्यटन स्थलों के विकास के कार्य तेजी से किए जा रहे हैं। डोंगरगढ़ में लगभग साढ़े नौ एकड़ भूमि में पर्यटन विकास के कार्य किए जाएंगे। पर्यटन विभाग के सचिव अन्बलगन पी. ने स्वागत भाषण दिया। छत्तीसगढ़ पर्यटन मंडल की प्रबंध संचालक श्रीमती रानू साहू ने आभार प्रकट किया। इस परियोजना में 43.33 करोड़ रूपए की लागत से डोंगरगढ़ में मां बम्लेश्वरी देवी मंदिर की पहाड़ी और प्रज्ञा गिरी पहाड़ी पर विश्वस्तरीय पर्यटन सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इसके साथ ही साढ़े नौ एकड़ भूमि पर पिलग्रिम फैसिलिटेशन सेंटर के निर्माण किया जाएगा। श्रीयंत्र के आकार में निर्मित होने वाले यह भवन पूरे प्रोजेक्ट का विशेष आकर्षण होगा। । प्रज्ञागिरी पहाड़ी पर ध्यान केंद्र, कैफेटेरिया, सीढ़ियों का जीर्णोद्धार, पेयजल, सोलर प्रकाशीकरण, साइनेज की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। सुविधाओं के विकास से क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। हिन्दुस्थान समाचार/गायत्री प्रसाद