रायगढ़ : ग्राम पंचायत बड़े अतरमुड़ा के सरकारी जमीन पर बदस्तूर जारी हैं अवैध कब्जा
रायगढ, 24 फरवरी (हि.स.)। जिले में औद्योगिकरण बढ़ने के साथ-साथ ही शहर और उससे लगे निकटतम ग्रामों में जमीन की मांग बढ़ने लगी। इसी वजह से भूमिस्वामी जमीनों की कीमतें भी तेजी से बढ़ें लगी। इस क्रम में सरकारी जमीनों पर बल अथवा छल पूर्वक अवैध कब्जा कर उसे खरीदने और बेचने क ऐसा दौर चल निकला है,कि वर्तमान में यहां सरकारी योजनाओं के अंतर्गत आवश्यक भवन निर्माण करवाने के लिए खाली सरकारी जमीन नही मिल रही है। यहां स्थित सरकारी जमीनों का 90 फीसदी हिस्सा पूर्व में ही जमीन माफियाओं के अवैध कब्जे और खरीद-बिक्री की भेंट चढ़ चुका है । जो बची खुची सरकारी जमीन है उसे गांव के लालची जमीन दलाल शहर के जमीन माफियाओं के साथ मिलकर बेख़ौफ़ बेचे पड़े है। शहर के वार्ड क्रमांक 26 और 27 से लगे ग्राम पंचायत बड़े अतरमुडा में भी करीब 35 से 40 एकड़ सरकारी नजूल, छोटे झाड़ जंगल भूमि गौचर और सेवा भूमियों की भी बड़े पैमाने पर अवैध खरीद-बिक्री और बेजा कब्जा और निर्माण किया गया है। वर्तमान सरपंच हीरा खड़िया ने हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि कुछ लालची ग्रामीण और शहरी जमीन दलालों ने गांव की सभी सरकारी जमीनों को बेच डाला है जो 3/4 एकड़ जमीन बची है उस पर भी तेजी से अवैध कब्जा जारी है। प्रशासन और राजस्व विभाग से शिकायत का कोई लाभ हमें नही मिलता है। राजस्व विभाग के अधिकांश लोग जमीन माफियाओं और दलालों से मिले हुए है। सरपंच बताता है कि उसके ग्राम पंचायत में अवैध कब्जा की गई सरकारी जमीनों की कीमत करोड़ो रुपयों में होगी। सरपंच हीरा खड़िया ने बताया कि खसरा क्रमांक 221/2 पर अजय शर्मा पिता मुसद्दी लाल,जगत निराला, वीर बहादुर सिंह व अन्य के द्वारा बेजा कब्जा कर तेजी से अवैध निर्माण किया जा रहा है।। जबकि सरकारी जमीन को अपना बताकर गांव जमीन गांव का ही चैतराम पिता डेरिया,राजाराम पिता चैतराम के द्वारा बेचा जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार /रघुवीर प्रधान