प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीब परिवारों में आई मुस्कान
प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीब परिवारों में आई मुस्कान

प्रधानमंत्री आवास योजना से गरीब परिवारों में आई मुस्कान

-सिर ढकने के लिये ग्रामीण इलाकों में 10 हजार से अधिक परिवारों के बने पक्के घर -शहरी क्षेत्रों में भी योजना के तहत 4731 गरीब परिवारों के बनने लगे पक्के आवास -32 हजार गरीब परिवारों की सूची को लेकर अब गांवों में फिर से कराया जा रहा सर्वे हमीरपुर, 22 जून (हि.स.)। जनपद में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना से गरीब परिवारों को पक्के घर मिलने का सपना अब साकार हो गया है। अभी तक ग्रामीण आवास योजना के तहत 10440 गरीब परिवारों को पक्के आवास मिल चुके है। वहीं हजारों लोग आवास पाने के लिये अभी लाइन में लगे है। पक्के आशियाना देख गरीब परिवारों में मुस्कान भी देखी जा रही है। वर्ष 2022 तक हर गरीब परिवारों को सिर ढकने के लिये पक्के आवास देने का सपना प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2015 में लाल किले की प्राचीर से किया था। ये वादा अब जमीन पर दिखने लगा है। वर्ष 2011 की जनगणना को आधार मानकर हमीरपुर जनपद में वर्ष 2018-19 में सर्वे कराया गया था जिसमें 32 हजार गरीब परिवारों की फाइनल सूची तैयार हुयी थी। इसमें उन सभी लाभार्थियों का सर्वे अब फिर से दोबारा कराया जा रहा है। दोबारा सर्वे से ग्राम पंचायतों में तमाम गरीबों को इस योजना से बाहर का रास्ता भी देखना पड़ा। बता दे कि लाँक डाउन से पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत 89.53 करोड़ की धनराशि से 7461 आवास गरीब परिवारों को उपलब्ध कराये जा चुके है। मौजूदा में अब 32 हजार लाभार्थियों की सूची को लेकर पात्र गरीब परिवारों को कच्चे घरों से निजात दिलाकर उनके पक्के आवास बनाये जाने का अभियान भी चल रहा है। इसी तरह से प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत हमीरपुर, मौदहा, राठ नगर पालिकाओं के अलावा सुमेरपुर, सरीला, कुरारा व गोहांड आदि नगर पंचायतों में गरीब परिवारों को पक्के घर मिलने का सपना साकार हो गया है। हमीरपुर शहर में ही लाँक डाउन के बाद अब आवासों के निर्माण में तेजी आयी है। इस वित्तीय वर्ष से पूर्व 200.47 करोड़ की धनराशि खर्च कर 8019 गरीब परिवारों के पक्के मकान बनाये जा चुके है। जुलाई माह में ग्रामीण आवासों के लक्ष्य में हो सकता है संशोधन ग्राम्य विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक चित्रसेन सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत अभी तक 10440 आवास गरीब परिवारों को मुहैया कराये जा चुके है। वही 32 हजार गरीब परिवारों का सर्वे वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर हुआ था। इन सभी का आधार फीडिंग का कार्य कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभी फिलहाल शासन से कोई लक्ष्य नहीं मिले है लेकिन जुलाई माह तक कुछ संशोधन होने की उम्मीद है। 1666 गरीब परिवार प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना से बाहर प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत हमीरपुर, मौदहा, राठ, सरीला, सुमेरपुर, कुरारा व गोहांड नगर में गरीबों को कच्चे घरों से निजात दिलाने के लिये 6397 आवासों की स्वीकृति दी गयी थी। चयनित इन गरीबों की सूची को लेकर नगर निकायों के अधिशाषी अधिकारियों ने जांच करायी तो 1666 अपात्र पाये गये। ये गरीब योजना से बाहर कर दिये गये है। डूडा के परियोजना अधिकारी एसके सिंह ने बताया कि सबसे अधिक अपात्र लाभार्थी हमीरपुर में पाये गये है वहीं राठ में 219, गोहांड में 190, सुमेरपुर में 211, सरीला में 144, मौदहा में 132 व कुरारा में केवल 2 लोग इस योजना में अपात्र पाये गये हैंं। परियोजना अधिकारी ने बताया कि 4731 पात्र लाभार्थी ही योजना के लिये सही पाये गये है, जबकि 1666 अपात्र लाभार्थियों का दोबारा सर्वे निकायों के माध्यम से कराया जा रहा है। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/उपेन्द्र-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in