मणिपुरः कांग्रेस ने की राज्यपाल से विस का विशेष सत्र बुलाने की मांग
मणिपुरः कांग्रेस ने की राज्यपाल से विस का विशेष सत्र बुलाने की मांग

मणिपुरः कांग्रेस ने की राज्यपाल से विस का विशेष सत्र बुलाने की मांग

इंफाल, 18 जून (हि.स.)। मणिपुर में कोरोना काल के दौरान राजनीतिक उठापटक का दौर तेज हो गया है। राज्य में राज्यसभा की एक सीट के लिए चुनाव होने जा रहा है। मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने सत्ताधारी पार्टी भाजपा में सेंध लगाते हुए भाजपा के तीन विधायकों के साथ कुल 09 विधायकों को सत्ता पक्ष से तोड़ लिया है। जिसके चलते राज्य की भाजपा नीत मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की सरकार खतरे में पड़ गई है। इसके मद्देनजर गुरुवार को राजभवन में राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से पूर्व मुख्यमंत्री ओक्रम इबोबी सिंह के नेतृत्व में एक दल मुलाकात कर भाजपा सरकार को अलपमत में बताते हुए 60 सदस्यीय विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की। कांग्रेस ने मणिपुर में सेकुलर प्रोग्रेसिव फ्रंट (एसपीएफ) के नेतृत्व में राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा किया। वहीं दूसरी ओर भाजपा नेतृत्व वाले गठबंधन के अल्पमत में आने के बाद विधानसभा अध्यक्ष को भी हटाने के लिए कांग्रेस ने नोटिस दिया। ज्ञात हो कि भाजपा के तीन समेत नौ विधायकों ने बुधवार की रात को एन बिरेन सिंह सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया। जिसके चलते भाजपा नीत सरकार खतरे में आ गई है। पूर्व मुख्यमंत्री ओक्रम इबोबी सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) और तृणमूल कांग्रेस के विधायकों की एक टीम ने गुरुवार को राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मुलाकात की और भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन को अल्पमत में होने का दावा किया। कांग्रेस का कहना है कि उसके 20 विधायक हैं। वहीं सात विधायकों को मणिपुर के उच्च न्यायालय द्वारा सदन में प्रवेश करने से रोक दिया गया है, जबकि अपने तीन विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा की ताकत 18 हो गई है, जो सदन की प्रभावी ताकत को कम करती है। कांग्रेस को समर्थन देने वाले विधायक व पूर्व मंत्री टी श्यामकुमार को भाजपा से बाहर निकलने के बाद अयोग्य घोषित कर दिया गया है। वर्तमान सरकार में नागा पीपुल्स फ्रंट के चार और लोक जनशक्ति पार्टी के एक विधायक समेत कुल 23 विधायक हैं। जबकि कांग्रेस खेमे में 26 विधायक हैं जिसमें चार एनपीपी, एक तृणमूल कांग्रेस और एक निर्दलीय विधायक हैं। वर्तमान में राज्य की 60 सीटों में से पार्टी अनुसार विधायकों की संख्या कांग्रेस 25, भाजपा 18,नागा पीपुल्स फ्रंट 4, लोक जनशक्ति पार्टी 01, निर्दलीय 01, अयोग्य ठहराए गए 07 और 04 सीटें खाली हैं। हालांकि, कांग्रेस द्वारा दावा किए गए 25 विधायकों की संख्या कसौटी पर कितना खरा उतरेगा, यह आने वाले दिनों में पता चल पाएगा। हिन्दुस्थान समाचार/ अरविंद-hindusthansamachar.in

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