‘युवा शक्ति’ और ‘ज्ञान शक्ति’ मिलकर भारत को वैश्विक शक्ति बनाएंगे: निशंक
‘युवा शक्ति’ और ‘ज्ञान शक्ति’ मिलकर भारत को वैश्विक शक्ति बनाएंगे: निशंक

‘युवा शक्ति’ और ‘ज्ञान शक्ति’ मिलकर भारत को वैश्विक शक्ति बनाएंगे: निशंक

नई दिल्ली, 16 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने बुधवार को कहा कि देश के युवाओं की शक्ति एवं नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रस्तावित प्रावधानों से मजबूत होने वाली शिक्षा भारत को एक वैश्विक शक्ति बनाने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे। निशंक ने बुधवार को यहां राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी), राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) तथा नेहरु युवा केंद्र संगठन (एनवाईकेएस) के समन्वयकों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा, “चूंकि आप एक अनुशासित जीवन जीते हैं और आप लोगों की यह अनुशासित अप्रोच ही नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति एवं भारतीय शिक्षा के भविष्य का निर्धारण करेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि आप सभी के सहयोग, समन्वय, सहभागिता और नेतृत्व से हम शिक्षा नीति का सफलतापूर्वक क्रियान्वयन कर पाएंगे और आपके माध्यम से यह भारत के प्रत्येक गांव, कस्बे, शहर, जिले, राज्य और हर कोने तक पहुंचेगी. आपकी युवा एनर्जी और इन संस्थाओं की सिनर्जी से जल्द ही हम अपने लक्ष्यों को पूरा करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने इस बैठक के माध्यम से अभिभावकों, शिक्षकों, स्कूलों, छात्रों, शिक्षाविदों, एनसीसी, एनएसएस, एनवाईकेएस जैसे सगठनों, स्यंसेवी सस्थाओं आदि का आह्वान किया और उनसे कहा कि वो इस नीति के क्रियान्वयन के लिए सुझाव दें, चर्चा करे और राष्ट्रीय शिक्षा नीति को जमीनी स्तर तक पहुंचाने के लिए जागरूकता अभियान एवं शिक्षा संवाद की शुरुआत करें। नई शिक्षा नीति के बारे में बात करते हुए डॉ निशंक ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में नई शिक्षा नीति 2020 के रूप में हम एक ऐसा विजन देश के समक्ष लेकर आए हैं जो एक नए, शिक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत का निर्माण करेगा। उन्होनें नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के मुख्य बिंदु भी सभी के साथ साझा किये। डॉ. निशंक ने हर युवक, छात्र, शिक्षक एवं संस्था को इस नीति का ब्रांड एंबेसडर बताते हुए कहा कि आज का यह शिक्षा संवाद और युवा संवाद एक राष्ट्रीय संवाद है जिसमें सबके विचार सुने और समझे जायेंगे। इस बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) किरेन रिजीजू, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, सचिव उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्कूली शिक्षा और साक्षरता सचिव अनीता करवाल, युवा कार्यक्रम विभाग सचिव उषा शर्मा, यूजीसी अध्यक्ष प्रो. डी. पी.सिंह, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, एनसीसी, एनएसएस, उन्नत भारत अभियान तथा एनवाईकेएस के समन्वयकों एवं अधिकारियों ने हिस्सा लिया। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील/सुनीत-hindusthansamachar.in

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