हमीरपुर में कोरोना काल में इटरा के हनुमान मंदिर में एतिहासिक मेले का आगाज
हमीरपुर में कोरोना काल में इटरा के हनुमान मंदिर में एतिहासिक मेले का आगाज

हमीरपुर में कोरोना काल में इटरा के हनुमान मंदिर में एतिहासिक मेले का आगाज

हमीरपुर, 01 दिसम्बर (हि.स.)। सुमेरपुर क्षेत्र के चंदपुरवा गांव के पास इटरा के प्राचीन हनुमान जी के मंदिर का दो दिवसीय मेले पर मंगलवार को आगाज हो गया है। कोरोना संक्रमण काल में हालांकि श्रद्धालुओं की पहले जैसे भीड़ नहीं उमड़ी। यहां पिछले कई दशकों से अनवरत राम नाम का संकीर्तन भी चल रहा है। हमीरपुर नगर से 25 किमी दूर सुमेरपुर थाना क्षेत्र के कानपुर-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग-34 के करीब चंदपुरवा गांव स्थित है। इस गांव के जंगल में इटरा नाम का स्थान है जहां बजरंगबली का भव्य मंदिर बना है। इस मंदिर की मूर्ति बड़ी ही चमत्कारी है। जहां कार्तिक पूर्णिमा के बाद आज पहले मंगलवार को दो दिवसीय मेले का आगाज हो गया है। मंदिर के महंत बलराम दास ने बताया कि जन-जन की आस्था के इटरा के प्रसिद्ध हनुमान जी मंदिर का दो दिवसीय मेला आज से शुरू हो गया है। कल बुधवार को मेला का समापन विशाल भंडारे के साथ सम्पन्न होगा। उन्होंने बताया कि यहां भक्ति भाव से पूजा अर्चना कर हनुमान जी की मूर्ति का लड्डू से भोग लगाने पर मन्नतें पूरी होती है। अभी तक तमाम लोग मन्नतों के लिये पूजा अर्चना कर चुके है। मंदिर परिसर में ही सुन्दरकांड पाठ का आयोजन भी चल रहा है। कोरोना गाइड लाइन का पालन कराने के लिये पुलिस भी मुस्तैद है। खेत की जुताई करते समय प्रकट हुयी थी हनुमान जी की मूर्ति मंदिर के पुजारी बलराम दास ने बताया कि करीब 77 साल पहले इटरा के कुछ किसान खेतों की जुताई हल से कर रहे थे। तभी हनुमान जी की छोटी से मूर्ति हल की कुसिया की चोट से बाहर आ गयी थी। गांव के लोगों ने मजदूरों की मदद खेत में तीस फीट तक गहराई में खुदायी भी करायी लेकिन आज तक मूर्ति का अंतिम सिरा नहीं मिला। गांव के लोग हनुमान जी की मूर्ति को छोड़कर घर चले गये थे। हनुमान जी सपने मेें दो देख मूर्ति की कराई गई थी प्राणप्रतिष्ठा आरआरएस के कार्यकर्ता एवं आचार्य मिथलेश द्विवेदी व केके त्रिवेदी ने बताया कि रात में स्वप्न में हनुमान सपने में आये तो किसान रामगोपाल घबरा गये और अगले ही दिन इटरा में खेत पर एक चबूतरा बनवाकर हनुमान जी की मूर्ति की प्राणप्रतिष्ठा करा दी गयी। उसी समय से यहां श्रीराम नाम का संकीर्तन भी लगातार चल रहा है। इस मंदिर में हनुमान जी के नाम पर चौबीस घंटे दीपक भी जलता है। हिन्दुस्थान समाचार/ पंकज/ मोहित-hindusthansamachar.in

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