स्वच्छ हिमालय का संदेश लेकर माणा से कन्याकुमारी तक की साइकिल यात्रा
स्वच्छ हिमालय का संदेश लेकर माणा से कन्याकुमारी तक की साइकिल यात्रा

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स्वच्छ हिमालय, फिटनेस और साइकिलिंग को बढ़ावा देना है उद्देश्य बामणी गांव बदरीनाथ के सोमेश पंवार ने अकेले तय किया 4033 किमी. का सफर जोशीमठ (चमोली), 16 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तराखंड के बामणी गांव बदरीनाथ (पांडुकेश्वर) के एक जांबाज नौजवान ने लोगों को जागरुक करने के लिए एक उत्कृष्ट मिसाल पेश की है। स्वच्छ हिमालय और प्रदूषण के खिलाफ जागरुकता और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के युवाओं को फिटनेस मंत्र साइकिलिंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य के साथ देश के आखिरी गांव माणा से कन्याकुमारी तक का साइकिल का सफर पूरा किया। सोमेश पंवार (26) ने माणा से कन्याकुमारी तक लगभग 4033 किलोमीटर की दूरी साइकिल से अकेले ही 47 दिनों में तय की। सोमेश ने एक नवम्बर को सीमान्त गांव माणा से अपनी यात्रा की शुरुआत की थी। बदरीनाथ मंदिर के धर्माधिकारी भुवनचंद्र उनियाल ने सोमेश को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "मत्त: परतरं नान्यत्किञ्चिदस्ति धनञ्जय। मयि सर्वमिदं प्रोतं सूत्रे मणिगणा इव।" उन्होंने कहा कि भगवान गीता में कहते हैं कि सारा संसार एक सूत्र में मैंने बांधा हुआ है जिसका प्रमाण आज सोमेश के कन्याकुमारी पहुंचने पर दिखाई देता है, क्योंकि एक बदरीनाथ जी ही हैं, जिनके कारण हम सब लोग आपस में जुड़े हुए हैं और सोमेश का माणा से कन्याकुमारी तक का अभियान सफल हुआ है। इसका सारा श्रेय सूत्रधार श्री बदरीनाथ जी को जाता है। उन्होंने जगह-जगह अपने माध्यम से लोगों को सोमेश तक पहुंचाया और सभी भक्त श्री बदरीनाथ जी के नाम से सोमेश से गांव-गांव, नगर नगर मिलने पहुंचे। सोमेश ने इस अवसर पर कहा कि आज मुझे बड़ी प्रसन्नता हो रही है कि मेरा सोशल मीडिया पर सभी लोगों से जुड़ना सार्थक हो गया है। हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश कपरूवाण-hindusthansamachar.in

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