सुशांत सिंह राजपूत के सीए संदीप श्रीधर से सीबीआई की पूछताछ
सुशांत सिंह राजपूत के सीए संदीप श्रीधर से सीबीआई की पूछताछ

सुशांत सिंह राजपूत के सीए संदीप श्रीधर से सीबीआई की पूछताछ

- सीबीआई रिया चक्रवर्ती के सीए रजत मेवाती से अलग से पूछताछ करेगी - सुशांत के तीनों स्टाफ के बयानों में असमानता दिखी, फिर होगी पूछताछ मुंबई, 25 अगस्त (हि.स.)। सुशांत सिंह राजपूत केस में सीबीआई की जांच का आज पांचवां दिन है। सीबीआई की तहकीकात रोजाना नया मोड़ ले रही है और कई तरह के खुलासे सामने आ रहे हैं। सीबीआई ने मंगलवार को सुबह जांच की शुरुआत सुशांत के सीए संदीप श्रीधर से डीआरडीओ गेस्ट हाउस पर पूछताछ से की है।सीबीआई रिया चक्रवर्ती के सीए रजत मेवाती से अलग से पूछताछ करेगी। गेस्ट हाउस पर सीबीआई ने सुशांत के रुममेट सिद्धार्थ पिठानी, कुक नीरज, दीपेश सावंत, रजत मेवाती को भी पूछताछ के लिए बुला रखा है। सीबीआई हर एंगल से सुशांत केस की जांच कर रही है। सुशांत की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी और विसेरा रिपोर्ट्स का अध्ययन करने के लिए चार डॉक्टरों की टीम का गठन किया गया है। ये डॉक्टर बहुत गंभीरता से दोबारा सुशांत की साइकलॉजिकल अटॉप्सी की जांच करेंगे। शुक्रवार को एम्स के डॉक्टर्स सुशांत की ऑटोप्सी और विसरा रिपोर्ट की जांच रिपोर्ट सब्मिट करेंगे। अभी तक की जांच में सीबीआई को सिद्धार्थ पिठानी और सुशांत के तीनों स्टाफ के बयानों में असमानता दिखी है, इसलिए सीबीआई पहली बार उन्हें आमने-सामने बैठाकर पूछताछ करेगी। पहले राउंड में किन्हीं दो लोगों को आपस में बैठाया जाएगा, उसके बाद सभी चारों गवाहों से एकसाथ पूछताछ होगी। सीबीआई आज सुशांत के मित्र सैमुअल मिरांडा को भी पूछताछ के बुला सकती है। सैमुअल मिरांडा रिया चक्रवर्ती का करीबी बताया जा रहा है। इसलिए सीबीआई सैमुअल से रिया व सुशांत के बीच संबंध व इसके बाद हुए विवाद के बारे में पूछताछ कर सकती है। सुशांत की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवाल उठ रहे हैं। रिपोर्ट में सुशांत के मौत के वक्त का जिक्र नहीं है। इसलिए कूपर अस्पताल के डॉक्टरों से आज फिर सीबीआई पूछताछ करेगी। सोमवार को भी सीबीआई की टीम के अधिकारियों ने इन डॉक्टरों से बात की थी। कूपर हॉस्पिटल में ही सुशांत की पिछली ऑटोप्सी और बाकी मेडिकल रिपोट्र्स बनाई गई थीं। सुशांत की साइकोलॉजिकल ऑटोप्सी यानि ब्रेन का पोस्टमार्टम किए जाने से उनके बारे में कई महत्वपूर्ण पहलू सामने आएंग। इस जांच से यह पता लगाया जाता है कि मरने वाले व्यक्ति की उस वक्त मानसिक हालत क्या थी? इसमें ये देखा जाता है कि मौत से हफ्ता दस दिन पहले तक उसके बर्ताव में क्या बदलाव आए। जैसे वो किस तरह बात करता है। खोया- खोया रहता है या नहीं रहता है। सामान्य तौर पर दोस्तों से जितनी बात करता है उतनी नहीं करता है। वक्त पर खाता है या नहीं खाता है। हिन्दुस्थान समाचार/राजबहादुर/सुनीत-hindusthansamachar.in

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