सम्पूर्ण साक्षरता से भारत बनेगा आत्मनिर्भर : निशंक
सम्पूर्ण साक्षरता से भारत बनेगा आत्मनिर्भर : निशंक

सम्पूर्ण साक्षरता से भारत बनेगा आत्मनिर्भर : निशंक

नई दिल्ली, 10 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरुवार को एक बार फिर 2030 तक सम्पूर्ण साक्षरता के लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि सम्पूर्ण साक्षरता से भारत आत्मनिर्भर बनेगा। केंद्रीय मंत्री निशंक ने रोटरी इंटरनेशनल द्वारा 'भारत में सम्पूर्ण साक्षरता-एक दिशा' पर आयोजित एक अंतराष्ट्रीय वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया में सभी को साक्षर होने का पूरा अधिकार है। उन्होंने कहा कि साक्षरता विकास का एक ऐसा उत्प्रेरक है, जो व्यक्ति को न केवल समुचित आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक लाभ प्राप्त करने के लिए बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय विकास में योगदान के लिए भी सक्षम बनाता है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के कथन का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि गांधी भी कहा करते थे कि साक्षरता अपने आप में कोई शिक्षा नहीं है। साक्षरता न तो शिक्षा का अन्तिम लक्ष्य है और न उसका आरम्भ। शिक्षा से मेरा मतलब है कि बच्चे और मनुष्य के शरीर, मन और आत्मा में श्रेष्ठतर शक्तियों का निरूपण। शायद यही वजह है कि 2030 तक 100 प्रतिशत साक्षरता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए हम कृतसंकल्प हैं। उन्होंने कहा कि साक्षरता मिशन के तहत ‘पढ़ना-लिखना अभियान’ आरम्भ किया है जिसका लक्ष्य देश भर के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के निरक्षर और अंकीय ज्ञानविहीन 57 लाख वयस्कों को प्रकार्यात्मक साक्षरता प्रदान करना है। इस अभियान से जुड़ने वाले ज्यादातर महिलाएं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और समाज के अन्य वंचितवर्ग के लोग शामिल हैं। कोरोना संकट काल में शिक्षा के क्षेत्र में आई चुनौतियों से निपटने के लिए किये गए प्रयासों के बारे में बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, "शिक्षा मंत्रालय ने लगातार चुनौती को अवसर में बदलने का प्रयास किया है। मंत्रालय ने समग्र शिक्षा अभियान के तहत ‘नेशनल इनिशिएटिव फॉर स्कूल टीचर्स हॉलिस्टिक एडवांसमेंट (निष्ठा) जैसे कार्यक्रम शुरू किए हैं जिसमें राज्यों और संघ राज्य क्षेत्रों में 42 लाख शिक्षकों के कौशल और ज्ञान को अद्यतन(अपडेट) करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा स्वयं, एनआरओईआर, दीक्षा, ई-पाठशाला, प्रज्ञता, पीएम ई-विद्या, वन नेशन-वन डिजिटल प्लेटफार्म, एक कक्षा-एक चैनल इत्यादि योजनाओं के द्वारा हमनें शिक्षण का काम जारी रखा।" रोटरी इंटरनेशनल एवं एनसीईआरटी द्वारा शुरू की गई विद्यादान 2.0 करते हुए निशंक ने कहा, रोटरी इंटरनेशनल कक्षा 1 से 12 तक के सभी विषयों के लिए एनसीईआरटी को हिंदी भाषा में उच्च गुणवत्ता का ई-कंटेंट उपलब्ध कराएगा जो छात्रों को काफी फायदा पहुंचाएगी। इस वेबिनार में शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे, स्कूली शिक्षा और साक्षरता सचिव अनिता करवाल, संयुक्त सचिव प्रौढ़ शिक्षा एवं महानिदेशक (राष्ट्रीय साक्षरता मिशन प्राधिकरण), विपिन कुमार, एनसीईआरटी के निदेशक प्रो. ऋषिकेश सेनापति, रोटरी इंटरनेशनल के प्रेजिडेंट शेखर मेहता, रोटरी इंटरनेशनल के निदेशक कमल सांघवी के अलावा कई गणमान्य लोग जुड़े थे। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील/सुनीत-hindusthansamachar.in

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