संवैधानिक पदों की मर्यादा बनाए रखना आवश्यक : शरद पवार
मुंबई, 19 अक्टूबर (हि.स.)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि संवैधानिक पदों की मर्यादा को बनाए रखना आवश्यक है। पवार ने उस्मानाबाद जिले में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में 1957 से राज्यपाल नियुक्त किए जा रहे हैं। उनके 50 साल से अधिक राजनीतिक जीवन में इस दौरान कई राज्यपालों से संपर्क हुआ। सभी राज्यपालों ने इस संवैधानिक पद की गरिमा को बनाए रखा, लेकिन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने जिस तरह से मुख्यमंत्री को पत्र लिखा, इससे इस पद की गरिमा को आघात पहुंचा है। राज्यपाल के पत्र में लिखे शब्दों को केंद्रीय गृहमंत्री ने भी गलत एवं अनावश्यक बताया है। यह सभी जानते हैं। इसके बाद भी राज्यपाल उसी पद पर विराजमान आखिर किस तरह हैं। पूर्व केंद्रीय मंत्री पवार ने कहा कि भगत सिंह कोश्यारी में अगर तनिक भी आत्मसम्मान है तो खुद पद से हट जाना चाहिए। इसाथसके साथ ही केंद्र सरकार को राज्यपाल पर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर दोनों बातें नहीं होती हैं तो उन्हें कुछ फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि यह सब जनता देख रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व मंत्री एकनाथ खडसे का भारतीय जनता पार्टी के विस्तार में महत्वपूर्ण योगदान है। खडसे राज्य के वित्तमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तक रह चुके हैं। खडसे के आत्मसम्मान का ख्याल खुद भाजपा को रखना चाहिए। हालांकि पवार ने खडसे के राकांपा में शामिल होने के बारे में कोई जवाब नहीं दिया। उल्लेखनीय है कि खडसे भाजपा से नाराज बताए जा रहे हैं। उनके पार्टी छोड़़ने व राकांपा में शामिल होने की चर्चा है। पवार दो दिन से बारिश प्रभावित जिलों का दौरा कर रहे हैं। पवार ने कहा कि बारिश प्रभावित किसानों को हर संभव मदद करने के लिए वह पहले सूबे के मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे। इसके बाद इस संदर्भ में प्रधानमंत्री से भी बात करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/ राजबहादुर-hindusthansamachar.in