वसंत-पंचमी-केवल-उत्सव-का-ही-नहीं-बल्कि-भक्ति-शक्ति-और-बलिदान-का-प्रतीक-भी-है
वसंत-पंचमी-केवल-उत्सव-का-ही-नहीं-बल्कि-भक्ति-शक्ति-और-बलिदान-का-प्रतीक-भी-है

वसंत पंचमी केवल उत्सव का ही नहीं बल्कि भक्ति, शक्ति और बलिदान का प्रतीक भी है

ऋतुराज बसंत, नाम लेते ही रोम-रोम पुलकित हो उठता है। मन को शीतल करतीं मंद-मंद हवा, गर्म रजाई सी धूप, पेड़ों पर नई-नई कोपलें, फूलों पर बैठती तो कभी आसमान में दौड़ लगाती तितलियां, भंवरों का गुंजन और भी न जाने कैसे-कैसे दृश्य जो कामदेव की मादकता को भी नई क्लिक »-www.prabhasakshi.com

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