राजकोट में एम्स के पहले बैच का अध्यापन कार्य शुरू, मुख्यमंत्री ने की ई-लॉन्चिंग
राजकोट में एम्स के पहले बैच का अध्यापन कार्य शुरू, मुख्यमंत्री ने की ई-लॉन्चिंग

राजकोट में एम्स के पहले बैच का अध्यापन कार्य शुरू, मुख्यमंत्री ने की ई-लॉन्चिंग

अहमदाबाद/राजकोट, 21 दिसम्बर (हि.स.)। राजकोट में एम्स व मेडिकल कॉलेज के लिए आज वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए वर्ष 2020-21 के लिए छात्रों के पहले बैच का अध्यापन कार्य शुरू कर दिया गया। इस मौके पर छात्रों के साथ प्रोफेसरों के स्वागत के लिए भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में वर्चुअल तरीके से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी जुड़े रहे। साेमवार से राजकोट में पंडित दीनदयाल उपाध्याय मेडिकल कॉलेज में एम्स के पहले बैच के 50 छात्रों का अध्ययन कार्य शुरू हुआ। इस मौके पर मुख्यमंत्री विजय रूपानी ने कहा कि 2014 से पहले गुजरात में नौ आईआईटी थे लेकिन आज 16 हैं। 2014 में 6 एम्स थे लेकिन अब यह बढ़कर 15 हो गए हैं। इस दौरान राज्य में 70 विश्वविद्यालय बनाए गए हैं। दो दशकों में गुजरात चिकित्सा और पर्यटन क्षेत्र में नाम करेगा। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि सभी छात्र डॉक्टर बन कर राष्ट्र की सेवा करेंगे। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि आधुनिक चिकित्सा मशीनरी एम्स में उपलब्ध कराई जाएगी। निकट भविष्य में 125 एमबीबीएस सीटें शुरू की जाएंगी। सरकार ने सुपर स्पेशलिस्ट सुविधाओं को हर राज्य में उपलब्ध कराने का काम किया है। चिकित्सा एक महान पेशा है। कार्यक्रम में सांसद मोहन कुंडारिया ने कहा कि आज का दिन राजकोट, सौराष्ट्र और गुजरात के लोगों के लिए खुशी का दिन है। 1195 करोड़ रुपये की लागत से अपने संसदीय कार्यकाल के दौरान एम्स तैयार होने से मैं अधिक खुश हूं। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि मैं एम्स मेडिकल कॉलेज के पहले बैच को शुरू करने के लिए सभी को धन्यवाद देता हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने गुजरात में मेडिकल कॉलेजों व एम्स बढ़ाने के लिए बड़ा कार्य किया। उन्होंने कहा कि गुजरात एक विकसित राज्य है, लेकिन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए एम्स की आवश्यकता थी। एम्स भवन का उद्घाटन जल्द ही प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल का सपना था कि एम्स हर राज्य में स्थापित किये जाए। राजकोट में एम्स की स्थापना में मुख्यमंत्री का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उल्लेखनीय है कि राजकोट के जामनगर रोड पर खंडेरी गांव के पास 201 एकड़ जमीन पर 1195 करोड़ रुपये की लागत से एम्स अस्पताल के भवन निर्माण किया जाएगा, जो आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। अस्पताल के भवन निर्माण कार्य दो साल में पूरा किया जाएगा। फिलहाल एम्स अस्पताल का अस्थायी परिसर सिविल अस्पताल राजकोट में स्थापित किया गया है, जहां इसी सत्र से 50 छात्रों का पहला बैच के अध्यापन का कार्य आज से शुरू हो गया है। इसके लिए 17 प्रोफेसरों की भी नियुक्ति हो गई है। हिन्दुस्थान समाचार/हर्ष/पारस-hindusthansamachar.in

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