रक्षा विशेषज्ञों ने पीएम के लेह दौरे को बताया सैनिकों का मनोबल बढ़ाने वाला
रक्षा विशेषज्ञों ने पीएम के लेह दौरे को बताया सैनिकों का मनोबल बढ़ाने वाला

रक्षा विशेषज्ञों ने पीएम के लेह दौरे को बताया सैनिकों का मनोबल बढ़ाने वाला

नई दिल्ली, 03 जुलाई (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लेह दौरे को लेकर देश और विदेश में सियासत गरमा गई है। रक्षा विशेषज्ञों ने भी इसे एक सकारात्मक कदम बताते हुए सैनिकों के मनोबल बढ़ाने की बात कही तो कुछ ने कहा कि इससे चीन के साथ ही पाकिस्तान के लिए एक बड़ा संदेश है। इनमें लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन, सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर वी.महालिंगम, सेवानिवृत्त मेजर जनरल जी.डी.बक्शी, रिटायर मेजर जनरल ए.के सिवाच व रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा, रक्षा विशेषज्ञ रिटायर ब्रिगेडियर विक्रम दत्ता, ब्रह्मा चेलानी प्रमुख हैं। प्रधानमंत्री मोदी के लेह दौरे पर अपनी राय देते हुए भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सैयद अता हसनैन ने कहा कि यह चीन के लिए एक बहुत कड़ा संदेश है। सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर वी.महालिंगम का कहना है कि इससे सैनिकों के मनोबल पर बहुत सकारात्मक प्रभाव पड़ा है। प्रधानमंत्री की इस यात्रा से चीनी सैनिकों एक दबाव बन गया है कि क्या शी जिनपिंग भी यहां का दौरा करेंगे? इस यात्रा पर मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) जी.डी.बक्शी ने अपना पूरा गुस्सा ही चीन पर फोड़ दिया। उन्होंने कहा कि यह चीन के साथ-साथ पाकिस्तान को भी एक कड़ा संदेश है। दोनों देश यह जान लें कि सीमा पर कोई हरकत की तो उल्टे बांस बरेली को। इसके अलावा रिटायर मेजर जनरल एके सिवाच ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के इस सरप्राइज विजिट से चीन समेत पूरी दुनिया को बड़ा संदेश मिला है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने लेह जाकर बड़ा कदम उठाया है और चीन को संदेश दे दिया है कि हम पीछे हटने वाले नहीं हैं। अगर चीनी सैनिक एलएसी पर डटे रहेंगे तो हमारे सैनिक भी एलएसी पर डटे रहेंगे। हम किसी भी मामले में समझौता नहीं करेंगे। वहीं रक्षा विशेषज्ञ कमर आगा ने कहा कि प्रधानमंत्री के दौरे से सैनिकों का मनोबल बढ़ा है और यह भी तय हो गया है कि भारत अपनी एक इंच जमीन को लेकर भी कोई समझौता नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि भारत को माउंटेनियरिंग वार फेयर में महारत हासिल है और बहुत से देशों ने आकर ट्रेनिंग भी ली है। उन्होंने यह भी कहा कि इस दौरे से चीन के नापाक इरादों को काफी धक्का लगेगा। रक्षा विशेषज्ञ रिटायर ब्रिगेडियर विक्रम दत्ता का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के लेह दौरे से फ्रंटलाइन पर तैनात सेना का मनोबल बढ़ गया है। इससे सेना के जवानों और अधिकारियों को पूरी ताकत, मनोबल और यथाशक्ति मिलेगी, जिससे वह एलएसी पर चीन का डटकर मुकाबला कर सके। रक्षा मामलों के विशेषज्ञ ब्रह्मा चेलानी का कहना है कि लद्दाख जाकर प्रधानमंत्री ने बेहतरीन काम किया। उन्होंने कहा, 'पीएम मोदी ने लद्दाख के मोर्चे पर जाकर बहुत अच्छा किया। इस यात्रा के जरिए भारत ने चीन को यह संदेश दिया है कि वह चीन को पीछे खदेड़ने के लिए दृढ़ संकल्प है।' गौरतलब है कि भारत और चीन की सेनाओं के बीच 5 मई से पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में कई जगहों पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। 15 जून की रात को गलवान घाटी में हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद तनाव और बढ़ गया। हालांकि इस झड़प में चीन के सैनिक भी हताहत हुए लेकिन पड़ोसी देश ने अभी तक उनकी संख्या नहीं बताई है। हिन्दुस्थान समाचार/ रवीन्द्र मिश्र/सुनीत-hindusthansamachar.in

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