माध्यमिक-उच्च माध्यमिक के साथ ही 11वीं के पाठ्यक्रम में भी कटौती
माध्यमिक-उच्च माध्यमिक के साथ ही 11वीं के पाठ्यक्रम में भी कटौती

माध्यमिक-उच्च माध्यमिक के साथ ही 11वीं के पाठ्यक्रम में भी कटौती

ओम प्रकाश कोलकाता, 10 दिसम्बर (हि. स.)। राज्य शिक्षा विभाग ने वर्ष 2021 के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक पाठ्यक्रमों को 30-35 फीसदी की कटौती के बाद अब कक्षा 11वीं की वार्षिक परीक्षा के पाठ्यक्रम में भी कटौती की घोषणा की है। पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी विज्ञप्ति में कक्षा 11वीं के पाठ्यक्रम को भी 30-35 फीसदी कम करने की जानकारी दी गयी है। इसके साथ ही यह भी बता दिया गया है कि 19 विषयों के पाठ्यक्रम में से किन-किन हिस्सों को हटाया जा रहा है। उच्च माध्यमिक काउंसिल द्वारा जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि शिक्षा मंत्री की घोषणा के बाद वर्ष 2021 के उच्च माध्यमिक के सभी विषयों के पाठ्यक्रम में से 30-35 फीसदी काउंसिल ने पहले ही कम कर दिया है। उसी प्रकार अगले वर्ष 11वीं की वार्षिक परीक्षा के पाठ्यक्रम में से भी काउंसिल 30-35 फीसदी कम कर रहा है। किन्तु म्यूजिक, हेल्थ एंड फिजीकल एडुकेशन, विजुअल आर्ट्स और कुछ वोकेशनल विषयों जैसे विषय जिनकी थ्योरी परीक्षा 60 अंक या उससे कम अंकों की होती है, उनके पाठ्यक्रम में से कुछ भी नहीं छांटा जा रहा है। राज्य के सभी उच्च माध्यमिक शिक्षण संस्थानों के प्रधानों, शिक्षकों व वर्ष 2021 के उच्च माध्यमिक परीक्षार्थियों के लिए एक अन्य विज्ञप्ति जारी की गयी है। इस विज्ञप्ति में बांग्ला (प्रथम भाषा), संस्कृत, बायोलॉजीकल साइंस, गणित, फिजीक्स जैसे 19 विषयों के छांटे गये पाठ्यक्रम के विषय में जानकारी प्रदान की गयी है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि बांकी विषयों के पाठ्यक्रम में से कौन-कौन से हिस्सों को छांटा जाएगा, उसकी जानकारी बाद में दे दी जाएगी। वहीं इस विषय पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए माध्यमिक शिक्षक व शिक्षाकर्मी समिति के जिला सचिव अनिमेष हल्दार ने कहा कि 10वीं व 12वीं का परिवर्तित पाठ्यक्रम जारी कर दिया गया था, किन्तु 11वीं के पाठ्यक्रम को लेकर अनिश्चयता थी। बुधवार को उच्च माध्यमिक काउंसिल द्वारा जारी इस विज्ञप्ति ने उस जटिलता को समाप्त कर दिया है। उन्होंने अबिलंव माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के परिवर्तित पाठ्यक्रम के आधार पर प्रश्नपत्र का अंक विभाजन जारी करने की मांग की। यदि ऐसा नहीं होता है तो परीक्षार्थियों को तैयारी करने में मुश्किल हो सकती है। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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