भारत के 'ब्रांड एम्बेसडर' के रूप में जाने जाएंगे आईआईटी छात्र : निशंक
भारत के 'ब्रांड एम्बेसडर' के रूप में जाने जाएंगे आईआईटी छात्र : निशंक

भारत के 'ब्रांड एम्बेसडर' के रूप में जाने जाएंगे आईआईटी छात्र : निशंक

- केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने एंटरप्रेन्योरशिप एवं स्वरोजगार के लिए किया प्रेरित नई दिल्ली, 22 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ, रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-गुवाहाटी के 22वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि आप सभी छात्र यहां से दुनिया के अलग-अलग हिस्से में ना सिर्फ अपने संस्थान के बल्कि भारत के 'ब्रांड एम्बेसडर' के रूप में जाने जाएंगे। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा, आज हमारे उच्च शिक्षण संस्थानों से पढ़े हुए छात्र दुनिया की शीर्षतम कंपनियों के सीईओ हैं और देश का नाम रौशन कर रहे हैं। मुझे पूरा विश्वास है आप सब अपनी इच्छाशक्ति एवं पुरुषार्थ से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त, शिक्षित, समर्थ एवं आत्मनिर्भर भारत के विज़न को पूरा करेंगे। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी छात्रों को संबोधित किया। इसके अलावा असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल, शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे, आईआईटी गुवाहाटी के निदेशक प्रो टी जी सीताराम, बोर्ड ऑफ़ गवर्नर्स के अध्यक्ष डॉ राजीव आई मोदी, संस्थान के फैकल्टी के सदस्य, छात्रों एवं अभिभावक भी इस ऑनलाइन दीक्षांत समारोह से जुड़े। प्रधानमंत्री मोदी ने सभी छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि भले ही कोरोना की वजह से दीक्षांत समारोह का स्वरुप बदल गया है लेकिन फिर भी यह उतना ही खास है। उन्होनें कहा, मैं मानता हूं कि राष्ट्र का भविष्य युवाओं की सोच पर निर्भर करता है। आज से आप सभी के सपने राष्ट्रनिर्माण की वास्तविकता को आकार देंगे। यह समय भविष्य के लिए तैयार रहने का है। शिक्षा मंत्री निशंक ने कहा कि आईआईटी गुवाहाटी रैंकिंग, क्वालिटी एजुकेशन, रिसर्च और इनोवेशन में देश के सर्वश्रेष्ठ संस्थानों में से एक है। आईआईटी गुवाहाटी ने हमेशा आगे बढ़कर ज़िम्मेदारी ली है और ज्ञान, विज्ञान एवं अनुसंधान के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में उल्लेखनीय योगदान दिया है। उन्होनें कहा कि आईआईटी गुवाहाटी ने अपने ज्ञान रुपी प्रकाश से पूरे देश को प्रकाशित करता रहा है। उन्होनें रूरल टेक्नोलॉजी एक्शन ग्रुप - नार्थ ईस्ट एवं टीईपीपी कार्यक्रम की प्रशंसा करते हुए कहा कि इसकी वजह से हमारे गांवो तक तकनीक पहुंचाने में इन कार्यक्रमों ने अहम भूमिका निभाई है और इन्हें और मजबूत किया जाना चाहिए और नॉर्थ ईस्ट क्षेत्र में आधुनिक तकनीक के साथ पारंपरिक ज्ञान का अभिसरण होना चाहिए। डॉ. निशंक ने कहा, आज देश के पास मज़बूत एवं प्रभावी राष्ट्रीय नेतृत्व, इच्छाशक्ति और स्वेच्छा भी है इसलिए हम निश्चित रूप से हर क्षेत्र में विजेता के तौर पर उभरेंगे चाहे वो शिक्षा नीति की सफलता हो या देश की प्रगति का प्रश्न हो। इसके अलावा यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि हम इसको आगे लेकर जाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील/सुनीत-hindusthansamachar.in

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