भरूच में नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से गोल्डन ब्रिज बंद करने का प्रस्ताव
भरूच में नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से गोल्डन ब्रिज बंद करने का प्रस्ताव

भरूच में नर्मदा का जलस्तर बढ़ने से गोल्डन ब्रिज बंद करने का प्रस्ताव

सरोवर बांध से पानी छोड़ने से भरुच में गोल्डन ब्रिज पर नदी का जलस्तर 35.10 फीट तक पहुंचा भरूच/अहमदाबाद, 02 सितम्बर (हि.स.)। सरोवर बांध से लगातार पानी छोड़ने से नर्मदा नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच रहा है। भरुच शहर में गोल्डन ब्रिज नदी का जलस्तर बुधवार सुबह तक 35.10 फीट पहुंच गया है। भरूच के आरएंडबी विभाग ने खतरे को भांपते हुये गोल्डनब्रिज को बंद करने का प्रस्ताव दिया है। सरदार सरोवर बांध से पानी छोड़ने से नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। भरूच में गोल्डनब्रिज का जलस्तर 35.10 के पार चला गया है। बुधवार को भरूच आरएंडबी विभाग ने बांध से पानी छोड़े जाने के कारण नदी के जलस्तर 36 फीट तक बढ़ने की संभावना को देखते हुये गोल्डन ब्रिज को बंद करने के लिए कलेक्टर को एक प्रस्ताव सौंपा है। कलेक्टर डा. एमडी मोदीया ने कहा कि वर्तमान में बांध से पानी छोड़ना कम कर दिया गया है। अब ऐसा नहीं लगता है कि नदी का जलस्तर 36 फीट तक पहुंच पायेगा। उन्होंने कहा कि अगर सतह 36 फीट तक पहुंच जाता है तो गोल्डन ब्रिज को बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आठ साल पहले नदी का जलस्तर बढ़ने पर गोल्डन ब्रिज बंद किया गया था। उस समय नर्मदा का जलस्तर 35.75 फीट तक पहुंच गया था। 1994 में 3 दिन के लिए गोल्डन ब्रिज को यातायात के लिए बंद कर दिया गया था, तक गोल्डन ब्रिज पर जल स्तर 39.54 फीट तक पहुंच गया था। 20 साल बाद, 2013 में भी नदी का जलस्तर 35.75 फीट से अधिक होने पर एक दिन के लिये गोल्डन ब्रिज बंद किया गया था। पिछले साल 2019 में जब पहली बार बांध के 23 द्वार खोले गए, तो भरूच में नर्मदा नदी की सतह 28.75 फीट तक पहुंच गया था। इस साल मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण भी सरदार सरोवर में पानी बढ़ने पर बांध के 23 द्वार खोले गये और एक मिलियन क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जा रहा है। नर्मदा नदी के ऊपर से अहमदाबाद -मुंबई का रेल परिचालन भी होता है। पश्चिम रेल के पीआरओ वडोदरा हेमराज मीणा ने बताया कि गोल्डन ब्रिज पर नर्मदा नदी का जलस्तर 36 फुट तक पहुंचने पर रेल परिचालन बंद करने पर निर्णय लिया जाता है। वर्तमान में राज्य सरकार की कोई रिपोर्ट नहीं है। हिंदुस्तान समाचार/हर्ष/पारस-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in