पन्‍ना में किसानों की चमकी किस्‍मत, एक करोड़ के मिले हीरे
पन्‍ना में किसानों की चमकी किस्‍मत, एक करोड़ के मिले हीरे

पन्‍ना में किसानों की चमकी किस्‍मत, एक करोड़ के मिले हीरे

पन्ना, 02 नवम्बर (हि.स.)। रत्नगर्भा हीरा नगरी पन्ना में कब किसकी किस्मत चमक जाए यह कहा नहीं जा सकता। यहां के किसान कभी भी करोड़पति बन जाते है। सोमवार को फिर किसान मजदूरों की किस्मत चमक गई। जिसमें दो बडे हीरे हीरा कार्यालय में जमा हुए जिसमें बड़ा हीरा 14.98 कैरेट का और दूसरा बडा हीरा 7.44 कैरेट का जमा हुआ। जिला हीरा कार्यालय में पदस्थ हीरा पारखी अनुपम सिंह ने बताया कि 7.44 कैरेट का हीरा दिलीप कुमार मिस्त्री को मिला है। जिसने आज हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है। इसके पहले भी उसे चार छोटे हीरे मिल चुके हैं। वे भी जमा हो चुके हैं जिसमें पांच सितम्बर 2020 को दो हीरे 2.11 कैरेट एवं 2.30 कैरेट के जमा किए थे और दो दिन बाद 7 सितम्बर को 1.72 कैरेट एवं 1.10 कैरेट के जमा किए थे। सोमवार को दिलीप कुमार मिस्त्री द्वारा बड़ा पांचवां हीरा 7.44 कैरेट का प्राप्त हुआ है जिसे उसने आज हीरा कार्यालय में जमा करा दिया है। दिलीप कुमार मिस्त्री ने जरूआपुर स्थित अपनी निजी भूमि पर 18 मई 2020 से 31 दिसंबर 2020 तक के लिए हीरा खनन के के लिए पट्टा स्वीकृत कराया था जिसे लगभग 5 महीने के दौरान उपरोक्त पांच हीरे प्राप्त हुए है। वहीं दूसरा बड़ा हीरा 14.98 कैरेट का लखन यादव पुत्र रंधीर यादव निवासी एनएमडीसी कॉलोनी के पीछे पन्ना को मिला। जिसे हीरा कार्यालय में उसने जमा कर दिया। हीरा कारोबारियों द्वारा बताया गया कि 14.98 कैरेट वाले हीरे की अनुमानित कीमत 70 लाख से 80 लाख तक हो सकती है एवं दूसरे छोटे हीरे 7.44 कैरेट वाला जो कि बड़े से अपेक्षाकृत ज्यादा उज्ज्वल है। उसकी कीमत 40 से 50 लाख तक जा सकती है। जब इस संबंध में दिलीप मिस्त्री से बात की गई तो उसने बताया कि वह हीरा कारोबार लगभग दो वर्ष से लगा हुआ है पिछले वर्ष मात्र एक छोटी रेज मिली थी जो मात्र 10 हजार रूपये की बिकी थी और पिछले वर्ष हम मात्र दो पार्टनर थे जो स्वयं परिजनों के साथ मिलकर कार्य करते थे इस वर्ष लॉकडाउन के कारण कहीं बाहर नहीं जा सके तो दो और पार्टनर बढ़ा लिये इस प्रकार चार पार्टनर रहे जिसमें मेरे ही ग्राम जरूआपुर के मेरे अलावा प्रकाश मजूमदार, भरत मजूमदार एवं पडोसी ग्राम दरेरा के राम गणेश यादव पार्टनर थे। हम सभी पार्टनर परिजनों के साथ मिलकर खदान खोदते थे और दो साल में यह पहला बड़ा हीरा मिला हुआ है। उन्होंने बताया कि उनके मात्र ढाई एकड़ जमीन हैं और इसके अलावा उनके पास आय का कोई साधन नहीं है वह एवं उसके पार्टनर सभी गरीब किसान लोग हैं। हीरे से मिलने वाली कीमत से वे अपने बच्चों के भविष्य को सुधारने में खर्च करेंगे। महज 15 दिनों में मिला 14.98 कैरेट का बड़ा हीराः- आज जमा हुआ सबसे बड़ा हीरा 14.98 कैरेट का लखन यादव पिता रनधीर यादव निवासी एनएमडीसी कॉलोनी के पीछे पन्ना द्वारा जमा कराया गया है जिसकी खदान विगत माह 16 अक्टूबर कृष्णाकल्याणपुर के पटी में स्वीकृत हुई थी। जिसे महज 15 दिन में इतना बड़ा हीरा मिल गया है। जिससे उसके एवं पार्टनरों के यहां खुशी का माहौल है। दूरभाष पर चर्चा करते हुए लखन यादव निवासी एनएमडीसी कॉलोनी के पीछे पन्ना ने बताया कि वह एक गरीब किसान है उसके पास मात्र दो एकड़ जमीन है और दो पार्टनर हैं जो कि परिवार के ही सदस्य हैं तथा उसके बच्चा एवं दो बच्ची जिनकी सभी उम्र 10 वर्ष से लेकर 18 वर्ष तक है और अभी सभी पढ़ रहे हैं। उसने बताया कि वे एवं उसके पार्टनर सभी गरीब मजदूर हैं। इस हीरे से मिली कीमत से वे अपने बच्चों एवं परिजनों के भविष्य सुधारने में खर्च करेंगे। हिन्दुस्थान समाचार/सुरेश पांडे/राजूू-hindusthansamachar.in

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