दोसड़का में निकासी न होने से एनएच-344 की साइड लेन पर भरा बरसाती पानी
दोसड़का में निकासी न होने से एनएच-344 की साइड लेन पर भरा बरसाती पानी

दोसड़का में निकासी न होने से एनएच-344 की साइड लेन पर भरा बरसाती पानी

दोसड़का पर पानी की सही निकासी न होने के कारण नेशनल हाईवे-344 की साइड लेन पर पानी जमा हो गया है। स्थिति यह है कि अगर ज्यादा बरसात हो गई तो दोसड़का की कई कॉलोनियां भी जलमग्न हो जाएंगी। लोगों का कहना है कि दोसड़का पर पानी की सही निकासी न होने के कारण बरसात के सीजन में हर वर्ष लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन जिला प्रशासन इस ओर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है। बता दें कि जब से दोसड़का पर नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा नेशनल हाईवे-344 पर फ्लाईओवर का निर्माण करवाया है, तब से ही दोसड़का पर पानी की निकासी की व्यवस्था खराब हो गई है। दोसड़का निवासी रमेश कुमार ने बताया कि फ्लाई ओवर बनाते समय पानी की निकासी को कोई ध्यान ही नहीं रखा गया और यही कारण है कि जरा सी बरसात में ही दोसड़का पर बने नेशनल हाईवे-344 की साइड लेन पर पानी जमा हो जाता है और इसी के चलते वहां पर सड़क भी टूटने लगी है। दोसड़का के राजीव कुमार ने बताया कि उन्होंने इस समस्या को लेक कई बार प्रशासनिक अधिकारियों ने शिकायत की लेकिन कोई उनकी सुनने को तैयार ही नहीं है। उन्होंने बताया कि अभी तो ज्यादा बरसात ही नहीं हुई है और अगर ज्यादा बरसात हो गई तो पूरा दोसड़का बरसाती पानी की चपेट में आ जायेगा। लोगों का कहना है कि जिला प्रशासन को दोसड़का पर पानी की निकासी का मास्टर प्लान तैयार कर उसे अमलीजामा पहनाने का काम करना चाहिए। गत वर्ष भी उठानी पड़ी भारी परेशानी पानी की निकासी न होने के कारण जहां गांव डुलियानी में सैकड़ों एकड़ खड़ी फसल तबाह हो गई थी वहीं दोसड़का की भी सभी कॉलोनियों में बरसाती पानी जमा हो गया है। इतना ही नहीं दोसड़का पर बने नेशनल हाईवे-344 की साइड लाइन पर दोनों ओर इतना पानी जमा हो गया था कि लोगों का निकलना तक मुश्किल हो गया था। दोसड़का निवासी जितेंद्र कुमार ने बताया कि गत वर्ष गलियों में पानी जमा हो जाने के कारण लोगों के मकानों के फर्श धस गए थे। कल जेई व एसडीओ को भेज कर पानी की निकासी का जायजा लिया जायेगा। दोसड़का पर पानी की निकासी के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे। राजकुमार चानना, बीडीपीओ, बराड़ा-newsindialive.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in