देश टैक्स पारदर्शिता की ओर बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री
देश टैक्स पारदर्शिता की ओर बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री

देश टैक्स पारदर्शिता की ओर बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री

-किया आयकर अपीलेट ट्रिब्यूनल भवन व आवासीय परिसर का उद्घाटन भुवनेश्वर, 11 नवम्बर (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पूर्ववर्ती केंद्र सरकारों के समय टैक्स टेरिरज्म था। आज देश उसे पीछे छोड़कर टैक्स पारदर्शिता की तरफ बढ़ रहा है। यह बदलाव इसलिए आया है, क्योंकि हम सकारात्मक अप्रोच के साथ आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने यह बात बुधवार को आयकर अपीलेट ट्रिब्यूनल की कटक बेंच कार्यालय और आवासीय परिसर का वर्चुअल उद्घाटन करते हुए कही। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम नियम, प्रक्रिया में सुधार कर रहे हैं तथा इसमें तकनीक की भरपूर मदद ले रहे हैं। साफ नीयत व स्पष्ट इरादों के साथ सरकार काम कर रही है । प्रशासन के माइंडसेट का भी रूपांतरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अब सरकार की सोच ये है कि जो इनकम टैक्स रिटर्न फाइल हो रहा है, उस पर पहले पूरी तरह विश्वास करो। इसी का नतीजा है कि आज देश में जो रिटर्न फाइल होते हैं, उनमें से 99.75 प्रतिशत बिना किसी आपत्ति के स्वीकार कर लिए जाते हैं। ये बहुत बड़ा बदलाव है जो देश के टैक्स सिस्टम में आया है । उन्होंने कहा कि गुलामी के लंबे कालखंड ने करदाता व कर लेने वाले के रिश्तों को शोषित और शोषक के रूप में ही विकसित किया। दुर्भाग्य से आजादी के बाद इसमें बदलाव के प्रयास नहीं किए गए। हमारी सरकार ने इसे दूर किया। हमारा मानना है कि जब आमजन से सरकार टैक्स ले तो किसी को तकलीफ न हो। उनके टैक्स का प्रयोग नागरिकों के हित में हो। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जब बादल बरसते हैं, तो उसका लाभ हम सभी को दिखाई देता है। लेकिन जब बादल बनते हैं तब सूर्य पानी को सोखता है, तो उससे किसी को तकलीफ नहीं होती। इसी तरह शासन को भी होना चाहिए । उन्होंने कहा कि जब लोग देखते हैं कि विभाग ने खुद पुराने विवाद को सुलझा दिया है, तो उन्हें पारदर्शिता का अनुभव होता है। जब उन्हें फेसलेस अपील की सुविधा मिलती है, तब वो कर पारदर्शिता को और ज्यादा महसूस करते हैं। इसीलिए आज का टैक्सपेयर पूरी टैक्स व्यवस्था में बहुत बड़े बदलाव और पारदर्शिता का साक्षी बन रहा है। अब उसे रिफंड के लिए महीनों इंतजार नहीं करना पड़ता। कुछ ही सप्ताह में उसे रिफंड मिल जाता है। हिन्दुस्थान समाचार / समन्वय नंदा/ मुकुंद-hindusthansamachar.in

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