ढाई लाख पेड़ लगा चुका बलिया का पर्यावरण प्रेमी,  पांच लाख का है लक्ष्य
ढाई लाख पेड़ लगा चुका बलिया का पर्यावरण प्रेमी, पांच लाख का है लक्ष्य

ढाई लाख पेड़ लगा चुका बलिया का पर्यावरण प्रेमी, पांच लाख का है लक्ष्य

बलिया, 05 जुलाई (हि.स.)। इंसान के अंदर अगर जज्बा हो तो उसके लिए कोई भी काम छोटा हो जाता है। बलिया के सर्वदमन जायसवाल इसी जज्बे के साथ धरती को हरा-भरा करने का संकल्प के तहत अब तक ढाई लाख पौधे लगा चुके हैं। जनपद में उनका लक्ष्य है पांच लाख पौधे लगाने का। आज से यानी पांच जुलाई से प्रदेश सरकार युद्ध स्तर पर पौधरोपण अभियान शुरू करने जा रही है। ऐसे में सिर्फ एक व्यक्ति यदि पांच लाख पौधे एक जिले में लगाने का बीड़ा उठाता है तो वह अनुकरणीय हो जाता है। शहर के गड़हा मोहल्ला निवासी सर्वदमन जायसवाल ने सतीश चन्द्र कालेज में छात्रसंघ पदाधिकारी रहते हुए 17 साल पहले 2003 में पौधरोपण की शुरुआत की थी। जबकि अमूमन इस उम्र में छात्रों के जीवन का उद्देश्य कुछ और होता है। पौधरोपण को जीवन का एकमात्र लक्ष्य बनाने के पीछे की इनकी कहानी भी अजीब है। छात्र सहायता समिति के अध्यक्ष सर्वदमन बताते हैं कि पढ़ाई के दौरान मैं अपने भाई के यहां दिल्ली गया था। जहां मुझे घुटन महसूस हुई। वहीं मुझे इस बात का एहसास हुआ था कि यदि पौधे नहीं लगाए गए तो भविष्य में बलिया की आबोहवा भी दिल्ली जैसी हो जाएगी। जहां सांस लेना भी दूभर हो सकता है। इसके बाद लौट के आए तो 2003 में छात्रसंघ का उद्घाटन था। जिसमें 101 पौधे लगाकर अपने संकल्प को पूरा करने का बीड़ा उठाया। इसमें उनके साथियों का भी सहयोग मिलता गया। फिलहाल उनकी टीम में करीब पचास युवा हैं। जो कई बार तो अपनी पॉकेट मनी भी सर्वदमन को सौंप देते हैं। सर्वदमन ने बताया कि मेरा जन्मदिन भी 5 जून को ही पड़ता है। शायद इससे भी मेरे अंदर पर्यावरण के प्रति लगाव पैदा हुआ। कहा कि पर्यावरण स्वच्छ हो और सभी के लिए पर्याप्त ऑक्सीजन उपलब्ध रहे, यही मेरा उद्देश्य है। इसी के तहत पांच लाख पौधे लगाने की मुहिम चल रही है। अभी तक ढाई लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। कहा कि मुझे सरकार के स्तर से कभी सहयोग नहीं मिला। सभी पौधे मैं और मेरी टीम अपने स्तर से पैसे जुटाकर खरीदती है। मोटरसाइकिल खरीदने के लिए रखे पैसे से कराया मैराथन पर्यावरण प्रेमी सर्वदमन जायसवाल के सामने कई बार आर्थिक संकट भी पौधरोपण में बाधा उत्पन्न करता है। पिछले साल अगस्त में पौधरोपण के प्रति जागरूकता के लिए आयोजित मिनी मैराथन के लिए पैसे नहीं जुटा पाए तो मोटरसाइकिल खरीदने के लिए रखे 65 हजार रुपए लगा दिए। हालांकि, परिवार का भी अब पूरा सहयोग मिलता है। परिवार का कोई सदस्य उनकी राह में रोड़ा नहीं अटकाता। जन्मदिन या सालगिरह पर पहुंच जाते हैं पौधे लेकर सर्वदमन को यदि जानकारी हो जाए कि शहर में उनके किसी जानने वाले का जन्मदिन है या शादी की सालगिरह है तो पौधे लेकर पहुंच जाते हैं। उसकी अनुमति लेकर उचित स्थान पर न सिर्फ पौधे लगाते हैं, बल्कि पौधों का संरक्षण की जिम्मेदारी भी किसी न किसी को सौंपते हैं। सर्वदमन बताते हैं कि आमतौर पर हर व्यक्ति अपने दिन विशेष को यादगार बनाना चाहता है। यह हमारे अभियान के लिए मुफीद होता है। पेंटिंग और पोस्टर प्रतियोगिता से करते जागरूक सर्वदमन जायसवाल पौधरोपण के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए शहर में जगह-जगह पेंटिंग और पोस्टर कला प्रतियोगिताएं आयोजित कराते रहते हैं। इसके लिए वे विद्यालयों को चुनते हैं। पौधरोपण का संकल्प दिलाने के लिए अक्सर हस्ताक्षर अभियान चलाना भी उनके कार्यक्रमों में शुमार है। सर्वदमन ने बताया कि विभिन्न प्रतियोगिताओं से नई पीढ़ी में पर्यावरण प्रेम का बीज बोने में अनुकूलता आती है। बच्चे पौधरोपण का महत्व अधिक समझते हैं। जिस हफ्ते पेड़ नहीं लगाते, नहीं मिलता सुकून सर्वदमन जायसवाल ने कहा कि कभी किसी पारिवारिक आवश्यकता या अन्य किसी व्यस्तता की वजह से कई दिन तक कहीं न कहीं पौधे नहीं लगा पाता तो लगता कि जीवन में कुछ छूट गया है। बेचैनी बढ़ जाती है। कहा कि हर हफ्ते पौध लगाने की कोशिश करता हूं। कहा कि शहर में नहीं तो जिले के अन्य कस्बों में भी पौधे लगाने निकल जाता हूं। इसी के तहत सिकंरदपुर व सहतवार कस्बे में भी आ अनेकों जगहों पर पेड़ लगाए गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश-hindusthansamachar.in

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