जी-20 देशों के बीच प्रधानमंत्री मोदी बोले, बने धरती पर जीवन और संसाधनों की सुरक्षा से जुड़ा वैश्विक सूचकांक
जी-20 देशों के बीच प्रधानमंत्री मोदी बोले, बने धरती पर जीवन और संसाधनों की सुरक्षा से जुड़ा वैश्विक सूचकांक

जी-20 देशों के बीच प्रधानमंत्री मोदी बोले, बने धरती पर जीवन और संसाधनों की सुरक्षा से जुड़ा वैश्विक सूचकांक

नई दिल्ली, 21 नवम्बर (हि.स.) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की 20 बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों के मंच जी-20 के सामने शनिवार को कोरोना महामारी के बाद नए विश्व के निर्माण का एजेंडा पेश किया जिसमें धरती की सुरक्षा और रख-रखाव के लिए अंतरराष्ट्रीय वचनबद्धता की बात कही गई है। सऊदी अरब की मेजबानी में वीडियो लिंक के जरिए हुई रियाद शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि धरती मां के प्रति हमें न्यासी जैसा संबंध स्थापित करना होगा तथा स्वस्थ और समग्र जीवन शैली को अपनाना होगा। सऊदी अरब के सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने शिखर वार्ता में प्रारंभिक संबोधन दिया। विश्व के अन्य नेताओं ने शिखर वार्ता के विषय ‘21वीं शताब्दी में सभी के लिए अवसर’ के विषय पर अपने विचार रखे। प्रधानमंत्री मोदी ने जलवायु परिवर्तन की चुनौती के संदर्भ में धरती पर जीवन और संसाधनों की सुरक्षा के लिए एक नए वैश्विक सूचकांक (इंडेक्स) विकसित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि इस सूचकांक में प्रतिभा, प्रौद्योगिकी, पारदर्शिता और न्यासी की भावना का समावेश होना चाहिए। विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति में बताया गया कि प्रधानमंत्री ने जी-20 बैठक में कहा कि पारदर्शिता हमारे देशों और समाज को संकटों के समय सामूहिक रूप से मुकाबला करने की ताकत देगी। धरती के प्रति भी हमें न्यासी की भावना से विचार और आचरण करना चाहिए। कोरोना महामारी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि संकट के ऐसे समय में सामूहिक रूप से काम करने की आवश्यकता उजागर हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद हमारा ध्यान आर्थिक बहाली, रोजगार सृजन और व्यापार तक ही सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि दुनिया को धरती माता के संरक्षण के लिए भी काम करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि शिखर वार्ता में हुआ विचार-विमर्श बहुत सार्थक रहा तथा इसमें आर्थिक बहाली के लक्ष्य को तेजी से हासिल करने के लिए समन्वित प्रयासों पर जोर दिया गया। श्रम शक्ति के सार्थक उपयोग के लिए उन्होंने मल्टी-स्किलिंग और री-स्किलिंग पर ध्यान केन्द्रित करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि नई प्रौद्योगिकी का आकलन इस आधार पर किया जाना चाहिए कि वह मानवता के लिए कितनी उपयोगी है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद की दुनिया में कहीं भी रहते हुए काम करने की नई संस्कृति विकसित हुई है। इस संबंध में उन्होंने जी20 समूह का वीडियो लिंक से जुड़ा वर्चुअल सचिवालय स्थापित करने का सुझाव दिया। 15वीं जी20 शिखर वार्ता का समापन रविवार को होगा जब विश्व नेता रियाद घोषणा पत्र को स्वीकार करेंगे। शिखर वार्ता के बाद इटली जी20 देशों की अध्यक्षता संभालेगा। हिन्दुस्थान समाचार/अनूप-hindusthansamachar.in

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