जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की ओर देश अग्रसरः डॉ. हर्ष वर्धन
जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की ओर देश अग्रसरः डॉ. हर्ष वर्धन

जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते की प्रतिबद्धताओं को पूरा करने की ओर देश अग्रसरः डॉ. हर्ष वर्धन

-सीएसआईआर-सीआईएमएफआर द्वारा स्वदेशी विकसित प्रौद्योगिकियों तथा सुविधाओं को राष्ट्र को किया समर्पित नई दिल्ली, 17 नवम्बर(हि.स.)। केन्द्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी, पृथ्वी विज्ञान तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने मंगलवार को सीएसआईआर केन्द्रीय खनन और ईंधन अनुसंधान संस्थान, धनबाद की स्थापना के प्लेटिनम जुबली समारोह का शुभारंभ किया। यह संस्थान सीएसआईआर की महत्वपूर्ण अनुसंधान और विकास प्रयोगशालाओं में से एक है। इस अवसर पर डॉ. हर्ष वर्धन ने बधाई देते हुए कहा कि यह सराहनीय है कि सीआईएमएफआर, इंटरनेट ऑफ थिंग्स हस्तक्षेप के जरिए डिजिटल खनन मिशन के उपयोग से खनन उद्योग में अति उन्नत प्रौद्योगिकियों के साथ मशीनीकरण और खनन गतिविधियों के स्वचालन पर बहु-विषयी अनुसंधान शुरू कर रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भूमि और जैव विविधता के संरक्षण, कार्बन फुटप्रिंट, सामाजिक, आर्थिक और कृषि इको सिस्टम, वन्य जीवन प्रबंधन योजना पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश अपनी आवश्यक तथा विभिन्न उद्योगों की बिजली की जरूरत पूरी करने के लिए जीवाश्म ईंधन संसाधनों पर निर्भर रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि हमें पर्यावरण के दुष्प्रभाव में कमी लाने और इसके प्रबंधन के लिए स्वच्छ मार्ग विकसित करने होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि हमें उम्मीद है कि जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते के अंतर्गत उत्सर्जन में कटौती और टिकाऊ आर्थिक विकास लक्ष्यों की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धताएं पूरी की जाएंगी। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकियों का विकास, नवाचार और अनुसंधान एवं विकास से ही हम ऊर्जा सुरक्षा हासिल कर सकते हैं तथा यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि भारतीयों के पास अपनी आवश्यकताओं के लिए ऊर्जा तक सुलभ पहुंच है। उन्होंने कहा कि सीआईएमएफआर जैसा अनुसंधान संगठन ही समय की मांग के अनुसार काम करते हुए भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को अनुसंधान और विकास के माध्यम से पूरा करने में मदद कर सकता है। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि सीएसआईआर- सीआईएमएफआर सीमा सड़क संगठन का ज्ञान भागीदार बनकर पूर्वोत्तर और उत्तर-पूर्व भारत में सीमांत सड़कों की प्रगति में तेजी लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। डॉ. हर्ष वर्धन ने संस्थान के प्लेटिनम जुबली समारोह के लोगों का भी अनावरण किया। केन्द्रीय मंत्री की उपस्थिति में इस संस्थान और अन्य संगठनों के बीच पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। इस समारोह में नीति आयोग के विज्ञान प्रौद्योगिकी सदस्य डॉ. वी.के. सारस्वत, सीएसआईआर के महानिदेशक डॉ. शेखर सी. मांडे, सीएसआईआर- सीआईएमएफआर के निदेशक डॉ. प्रदीप सिंह और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/ विजयलक्ष्मी-hindusthansamachar.in

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