जल संरक्षण एवं संवर्धन में सूरजपुर देश के उत्कृष्ट जिलों में प्रथम
जल संरक्षण एवं संवर्धन में सूरजपुर देश के उत्कृष्ट जिलों में प्रथम

जल संरक्षण एवं संवर्धन में सूरजपुर देश के उत्कृष्ट जिलों में प्रथम

सूरजपुर जिला ईस्ट अंडरवाटर कन्जर्वेशन कैटेगरी पर राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित सूरजपुर, 28 अक्टूबर (हि.स.)। भारत सरकार के जल शक्ति मंत्रालय की ओर से सूरजपुर जिले को जल संरक्षण एवं संवर्धन के क्षेत्र में किये गये कार्यों के लिए देश के सर्वश्रेष्ठ जिलों में प्रथम स्थान मिला हैं। तत्कालिक कलेक्टर के.सी. देव सेनापति व दीपक सोनी व वर्तमान कलेक्टर रणबीर शर्मा के नेतृत्व में सामूहिक टीम भावना से उपलब्धि प्राप्त हुई हैं। केन्द्र सरकार के जल शक्ति मंत्रालय द्वारा जल स्रोतों के संरक्षण एव संवर्धन के लिए जिले को वर्ष 2019 का नेशनल वाटर अवार्ड प्रदान किया जाएगा। इसमें सूरजपुर जिले को ईस्ट अण्डर वाटर कन्जर्वेशन कैटेगरी पर राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। इस उपलब्धि पर कलेक्टर रणबीर शर्मा ने बुधवार को बताया कि यह हमारे सामूहिक प्रयास का प्रतिफल हैं। इससे हमें और अच्छा कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त हुई हैं। आने वाले समय में जल संवर्धन एवं संरक्षण सहित अन्य क्षेत्रों में भी जिले के विकास के लिए बेहतर प्रयास किया जायेगा। जिला पंचायत सीईओ आकाश छिकारा ने इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए कहा कि वर्तमान में जल संरक्षण हेतु एनजीजीबी के नरवा परियोजना के अंतर्गत जिले में 64 नालों का विकास किया जा रहा है, जिसमें सिंचाई के लिए जल उपलब्धता बढ़ेगी व जल स्तर में भी वृद्धि होगी। उल्लेखनीय है कि जिले में जल संरक्षण एवं संवर्धन के लिए महत्वपूर्ण कार्य कराए गए हैं जिससे कि सिंचाई व्यवस्था के साथ-साथ लोगो की आर्थिक स्थिति भी मजबूत हुई है साथ ही जल के स्तर में भी वृद्धि हुई है। जिले में लगभग 148032 (एक लाख 48 हजार 32) हेक्टेयर भूमि पर कृषि की जाती है। विभिन्न विभाग एवं मनरेगा के तहत कुछ नाले के स्ट्रक्चर तैयार कर कार्य संभव किया गया है। मनरेगा के तहत लगभग 5 हजार 665 स्ट्रक्चर तैयार किया गया, जिससे की लगभग 15199.8 हेक्टेयर अतिरिक्त भूमि को सिंचित करने की संभावना बढ गई हैं। जिसमें कुआ, तालाब, बांध इत्यादि के कार्य कराए गए हैं। सिंचाई और जल स्तर में वृद्धि करने हेतु विभिन्न स्ट्रक्चर तैयार किया गया। ग्रामों में बिजली न होने के बावजूद क्रेडा के द्वारा लगभग 2237 सोलर पैनल एवं पंप लगाया गया, जो वर्षा के सही समय पर न होने से सिंचाई हेतु किसानों के लिए वरदान साबित हुआ है। जिले में ग्राउंड वाटर रिचार्ज के लिए लगभग 2079 विभिन्न स्ट्रक्चर तैयार किये गए जैसे कि गली प्लग, एलबीसीडी गैबीआन स्ट्रक्चर परकोलेशन टैंक, रिचार्ज पिट इत्यादि। यह सभी स्ट्रक्चर तैयार करने से जिले में 1,56,910 क्यूब मीटर जल स्तर में वृद्धि दर्ज की गई है। जिले में जल स्तर वृद्धि के संदर्भ में लगभग 3120 पक्के शासकीय बिल्डिंग में रैन वाटर हार्वेस्टिंग लगाया गया तथा लगभग 9695 नलकूप के सामने सोक पीट का निर्माण किया गया है। हिन्दुस्थान समाचार/विक्की-hindusthansamachar.in

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