गुर्जर-बक्करवाल समाज देशभक्त समाज है और इस समाज को स्थायीत्व का हक मिलना चाहिए-इन्द्रेश कुमार
गुर्जर-बक्करवाल समाज देशभक्त समाज है और इस समाज को स्थायीत्व का हक मिलना चाहिए-इन्द्रेश कुमार

गुर्जर-बक्करवाल समाज देशभक्त समाज है और इस समाज को स्थायीत्व का हक मिलना चाहिए-इन्द्रेश कुमार

जम्मू, 19 नवम्बर (हि.स.)। गुर्जर-बक्करवाल समाज सदियों से देशभक्त समाज रहा है और जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के दौरान भी इस समाज ने देश की रक्षा-सुरक्षा के साथ कोई समझौता न करते हुए कई कीमती जाने दीें। पहाड़ों में रहने वाले इस समाज को स्थायीत्व का हक मिलना चाहिए और जंगलात कानून में संशोधन कर इनके हक सुरक्षित किए जाने चाहिए। यह बातंे गुज्जर देश चेरिवल ट्रस्ट द्वारा आयोजित नेशनल सेमीनार में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य एवं मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के संरक्षक इन्द्रेश कुमार ने कहीं। उन्होंने कहा कि यह समाज देशभक्त समाज है और देश के दुश्मनों को कभी बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि गुपकार गैंस जो केवल अपनी कुर्सी के लिए जम्मू-कश्मीर की जनता को नए भूमि कानून को लेकर गुमराह कर रहा है वह जम्मू-कश्मीर की जनता का हितैशी नहीं बल्कि दुश्मन हैं। 70 वर्षों तक इन पार्टियों ने कभी भी गुर्जर-बक्करवालों की सुध नहीं ली और उन्हें हर हक से वंचित रखा। तत्कालीन अटल सरकार व वर्तमान मोदी सरकार के प्रयासों से ही इन्हें एसटी का दर्जा मिला और इनके हक सुरक्षित किए गए व किए जा रहे हैं। इस समाज को भाजपा ने ही इनके हक का एहसास करवाया है और अब समय दूर नहीं है जब इस समाज का पूरी तरह से उत्थान हो जायेगा। उन्होंने नए भूमि कानून पर गुपकार गैंग द्वारा गुमराह किए जाने पर कहा कि इस नए कानून से जम्मू-कश्मीर की जनता के हक सुरक्षित हो गए हैं। 90 प्रतिशत कृषि भूमि को न तो कोई बेच सकता है और न ही कोई बाहर का व्यक्ति खरीद सकता है। केवल बंजर जमीन जिस पर घास तक नहीं उगता है वही बेची जा सकती है और उसे भी जम्मू-कश्मीर की जनता से न तो कोई जबरदस्ती खरीद सकता है और न ही उस पर कब्जा हो सकता है। जम्मू-कश्मीर की जनता चाहे तो इसकी मुंहमांगी कीमत ले सकती है जिससे उनकी गरीबी दूर हो सकती है। इस जमीन पर अस्पताल, स्कूल, उद्योग, रोजगार संबंधी संस्थान अगर खुलते हैं तो इसका लाभ स्थानीय लोगों को ही होगा। यह कानून स्थानीय लोगों को रोजगार, स्वास्थ्य, तालीम व आगे बढ़ने देने वाला कानून है। यह कानून जमीन छीनने का नहीं बल्कि हिफाजत का कानून है। जो लोग इस कानून को लेकर भड़का रहे हैं वह आपके दोस्त नहीं बल्कि दुश्मन हैं और उनके षडयंत्र से बचना चाहिए। गुर्जर-बक्करवालों को भूमि का स्थायीत्व मिलना चाहिए इसके लिए इस समाज को आवाज उठानी चाहिए और मुझे पूर्ण विश्वास है कि भाजपा उनकी इस मांग का समर्थन करेगी। उन्होंने कहा कि मैं जम्मू-कश्मीर के प्रशासन व केन्द्र सरकार से अपील करता हूं कि इस समाज को स्थायीत्व का हक दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि लद्धाख स्काउट की तरह ही गुज्जर-बक्कवाल स्काउट बनना चाहिए इससे इस समुदाय के युवाओं को रोजगार के साथ-साथ स्थायीत्व भी मिलेगा। इस मौके पर नेशनल गुज्जर-बक्कवाल समुदाय ने पाकिस्तान को पीओजेके व बाल्तिस्तान को जल्द खाली करने के लिए कहा। सेमीनार में गुज्जरों ने ललकारा है-पीओजेके-बाल्तिस्तान हमारा है-हमारा है, पाकिस्तान पीओजेके-बाल्तिस्तान खाली करो-खाली करो, हमारा है हमारा के नारों के साथ नए आंदोलन का आजाग हुआ। इन्द्रेश कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व रक्षामंत्री सहित पूरी केन्द्र सरकार चाहती है कि इस समुदाय की सोच से इसे ज्यादा मिले। इस मौके पर इंटनेशनल गुर्जर सभा के प्रधान कर्नल देव आनंद गुर्जर, गुर्जर कोटे से सांसद बने रामदेव विद्रोही, गुर्जर सभा के जम्मू-कश्मीर के प्रधान चौधरी मोहम्मद चेजी, संयोजक साजिया सहित सभा के कई बड़े नेता उपस्थित थे। सांसद रामदेव विद्रोही ने कहा कि देश जब तक जातियों, बिरादरियों में बंटा रहेगा तब तक समाज का उद्धार नहीं होगा और देश विश्व गुरू नहीं बनेगा। हम सबको मिलकर चलना होगा तभी भारत महान बनेगा। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों का साथ न देने वाले इस समाज को अंग्रेजों ने लुटेरे और बदमाश की संज्ञा दी परन्तु देश आजाद होने के 70 साल बीत जाने के बावजूद भी उस संज्ञा को बदला नहीं गया। हिन्दुस्थान समाचार/बलवान-hindusthansamachar.in

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