गांधी जयंती के मौके पर नेचुरोपैथी पर वेबिनार की एक शृंखला का होगा आयोजन
गांधी जयंती के मौके पर नेचुरोपैथी पर वेबिनार की एक शृंखला का होगा आयोजन

गांधी जयंती के मौके पर नेचुरोपैथी पर वेबिनार की एक शृंखला का होगा आयोजन

- नेचुरोपैथी के महत्व को लोगों तक पहुंचाने के लिए आयुष मंत्रालय करेगा आयोजन नई दिल्ली, 30 सितम्बर (हि.स.)। आयुष मंत्रालय के राष्ट्रीय नेचुरोपैथी संस्थान, पुणे महात्मा गांधी की 150वीं जयंती महोत्सव पर नेचुरोपैथी पर वेबिनार्स की एक श्रृंखला का आयोजन करेगा। यह वेबिनार राष्ट्रीय नेचुरोपैथी दिवस यानि 18 नवंबर, 2020 तक जारी रहेगा। इस वेबिनार श्रृंखला का उद्देश्य स्वास्थ्य की देखभाल में नेचुरोपैथी पद्धतियों के प्रति जागरुकता लाना है। नेचुरोपैथी की सेवा में लगे लोगों से लाइव चैट के फीडबैक सत्र भी आयोजित होंगे। वर्चुअल माध्यम पर आयोजित होने वाले इस कार्यक्रम से भौतिक सीमाओं का बंधन ख़त्म होगा और इन कार्यक्रमों में देश के साथ-साथ दुनिया के विभिन्न भागों से लोग हिस्सा ले सकेंगे। स्वास्थ्य एवं तंदुरुस्ती पर गांधीजी के विचारों को लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे, जो कोरोना काल जैसे संकट के दौरान विशेष महत्व रखते हैं। गांधीजी का मानना था कि स्वास्थ्य की देखभाल प्रत्येक व्यक्ति की अपनी जिम्मेदारी है। वेबिनार्स का आयोजन महात्मा गांधी से जुड़े अनेक संस्थानों जैसे गांधी शोध संस्थान, गांधीवादी अध्ययन केंद्र, गांधी भवन, गांधी स्मारक निधि इत्यादि के साथ साझेदारी से किया जाएगा। इसके अलावा विश्व के विभिन्न गांधीवादी संगठनों जैसे विश्व शांति के लिए महात्मा गांधी कनाडाई फाउंडेशन, गांधी सूचना केंद्र जर्मनी, अमेरिका के वर्जीनिया का वैश्विक अहिंसा के लिए महात्मा गांधी केंद्र और ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित यूटीएस के विशेषज्ञ भी शामिल होंगे। 48 दिन तक चलने वाले इस वेबिनार्स की श्रृंखला की शुरुआत 2 अक्टूबर को की जाएगी और रोजोना निश्चित समय पर एक सत्र का आयोजन किया जाएगा। इस श्रृंखला का समापन 18 नवंबर को राष्ट्रीय नेचुरोपैथी दिवस पर होगा। 18 नवंबर को ही महात्मा गांधी अखिल भारतीय नेचर केयर फाउंडेशन ट्रस्ट के आजीवन अध्यक्ष चुने गए थे और ऐसी सहमति पर हस्ताक्षर किए थे कि उपलब्ध प्राकृतिक चिकित्सा का लाभ समाज के सभी वर्गों के लोगों तक पहुंचाने के प्रयास किए जाएंगे। हिन्दुस्थान समाचार/विजयलक्ष्मी/बच्चन-hindusthansamachar.in

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