गवर्नेंस तभी सफल होती है,जब कॉरपोरेट सेक्टर के कंपनी सेक्रेट्री कानून के अनुसार पूरे मनोयोग से काम करते हैं: बिरला
गवर्नेंस तभी सफल होती है,जब कॉरपोरेट सेक्टर के कंपनी सेक्रेट्री कानून के अनुसार पूरे मनोयोग से काम करते हैं: बिरला

गवर्नेंस तभी सफल होती है,जब कॉरपोरेट सेक्टर के कंपनी सेक्रेट्री कानून के अनुसार पूरे मनोयोग से काम करते हैं: बिरला

- लोकसभा अध्यक्ष ने आईसीएसआई के 48वें राष्ट्रीय सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से किया संबोधित नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.)। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा है कि गवर्नेंस तभी सफल होती है, जब कॉरपोरेट सेक्टर के 'कॉन्शंस कीपर' यानि कंपनी सेक्रेट्री शासन की संरचनाओं को मजबूत करने और नियम या कानून के अनुसार कार्रवाई करने में पूरे मनोयोग से काम करते हैं। बिरला ने शनिवार को भारतीय कंपनी सचिव संस्थान (आईसीएसआई) के 48वें राष्ट्रीय सम्मेलन को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। इस अवसर पर वित्त तथा कॉरपोरेट कार्य राज्य मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर भी उपस्थित रहे। बिरला ने कहा कि आईसीएसआई ने भारत के कॉर्पोरेट सेक्टर में वैधानिक नियमों तथा नैतिक मूल्यों पर आधारित एडमिनिस्ट्रेशन इंश्योर करने में बड़ा योगदान किया है। इसके लिए सभी सदस्यों, छात्रों और अन्य स्टेक होल्डर्स को हार्दिक बधाई देते हुए उन्होंने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्र तीव्र गति से विकास के मार्ग पर हैं। देश के विकास में सार्वजनिक क्षेत्र के साथ-साथ निजी क्षेत्र को भी समान अवसर दिए जा रहे हैं। उन्होंने आर्थिक सुधारों के विषय में कहा कि पूंजीगत सुधारों, श्रम सुधारों तथा कृषि सुधारों के माध्यम से निजी क्षेत्र को देश के सर्वांगीण विकास में योगदान करने के लिए प्रोत्साहन दिया जा रहा है। लोकसभा अध्यक्ष ने कॉरपोरेट गवर्नेंस का जिक्र करते हुए कहा कि गवर्नेंस तभी सफल होती है, जब कॉरपोरेट सेक्टर के 'कॉन्शंस कीपर' यानी कंपनी सेक्रेट्री शासन की संरचनाओं को मजबूत करने और नियम-कानून के अनुसार कार्रवाई करने में पूरे मनोयोग से काम करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय कारपोरेट क्षेत्र के संचालनकर्ता होने के नाते आईसीएसआई ने अपने मिशन और विजन को ध्यान में रखते हुए अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया है। बिरला ने देश की बढ़ती विकास दर का उल्लेख करते हुए कहा कि देश की अर्थव्यवस्था तेज़ी से विकास कर रही है, तथा सार्वजनिक उपक्रम और निजी क्षेत्र के पास विकास के समान अवसर हैं। उन्होंने हाल ही में हुए सुधारों के विषय में कहा की श्रम, एवं कृषि सुधार और 'ईज़ ऑफ़ डूइंग बिज़नस' को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस परिदृश्य में प्राइवेट कंपनियों को इन अवसरों का लाभ उठाने का अवसर मिलेगा। लोकसभा अध्यक्ष ने आगे कहा कि कंपनी प्रशासन व कंपनी सचिव (सीएस) का दायित्व है कि कंपनियों का संचालन विधि सम्मत हो, उनकी वृद्धि का लाभ सभी तक पहुंचे। उन्होंने आईसीएसआई की सराहना करते हुए कहा कि इसमें इस संस्थान की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कहा कि 'सत्यं वद, धर्मं चर' के आदर्श पर चलते हुए गवर्नेंस को मजबूत करने में सीएस मनोयोग से काम करते हैं। हिन्दुस्थान समाचार/अजीत-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in