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कोवैक्सीन को लेकर उपजी आशंकाओं पर भी विराम लगना चाहिए : एम्स उपनिदेशक
नई दिल्ली। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के उपनिदेशक सुभाषीश पांडा ने कहा कि प्रतिष्ठित मेडिकल पत्रिका लैंसेट के अध्ययन के बाद कोविड की पहली स्वदेशी कोवैक्सीन के प्रभावों के बारे में जो विवाद उत्पन्न हुआ है, उन भ्रांतियों का कोई औचित्य नहीं है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा क्लिक »-24ghanteonline.com