कोरोना संकट में इस साल नहीं निकलेगी रुपाल गांव में मां की पल्ली
कोरोना संकट में इस साल नहीं निकलेगी रुपाल गांव में मां की पल्ली

कोरोना संकट में इस साल नहीं निकलेगी रुपाल गांव में मां की पल्ली

उपमुख्यमंत्री पटेल ने रूपाल गांव में मां की पल्ली निकालने पर प्रतिबंध होने का किया ऐलान गांधीनगर/अहमदाबाद, 23 अक्टूबर (हि.स.)। कोरोना संकट के चलते सरकार ने इस साल गांधीनगर जिले के विश्वप्रसिद्ध रूपाल गांव की पल्ली को निकालने के लिए अनुमति नहीं देने का फैसला किया है। शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गांधीनगर में यह ऐलान किया। उपमुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि कोरोना के कारण इस साल रूपाल पल्ली को नहीं निकालने का फैसला किया गया है। पटेल की इस घोषणा के बाद लोगों की रूपाल के पल्ली निकालने की उम्मीद पर पानी फिर गया। लोगों को उम्मीद थी कि सालों से चली आ रही इस परंपरा को कायम रखते हुए ग्रामीणों को पल्ली को निकालने की अनुमति दे दी जाएगी। पटेल के बयान से ग्रामीणों सहित अन्य भक्तों को झटका लगा है। उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण के मद्देनजर इस रूपाल की पल्ली निकालने पर पहले ही संशय था, लेकिन लोगों को वर्षों पुरानी परंपरा न टूटने और सीमित संख्या में ग्रामीणों को पल्ली धारण करने की उम्मीद थी। हिन्दुस्थान समाचार/हर्ष/पारस-hindusthansamachar.in

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