एनडीएमए ने आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली की घटनाओं पर राज्यों से किया विचार-विमर्श
एनडीएमए ने आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली की घटनाओं पर राज्यों से किया विचार-विमर्श

एनडीएमए ने आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली की घटनाओं पर राज्यों से किया विचार-विमर्श

- अर्ली वार्निंग और जन जागरूकता के माध्यम से लोगों को पहले से ही सूचित करने पर जोर देहरादून, 03 जुलाई (हि.स.)। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), भारत सरकार द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के लिए मानसून अवधि के दौरान आकाशीय बिजली एवं आंधी तूफान हेतु मौसम विभाग द्वारा देश के विभिन्न राज्यों के लिए चेतावनी जारी की गई है। इसके सन्दर्भ में राज्यों के आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ एक बैठक की गई। बैठक में जनरल अता हसनन (एनडीएमए), राजेन्द्र सदस्य, एनडीएमए, कमल किशोर सदस्य एनडीएमए, थिरूपगल, सलाहकार एनडीएमए, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय मोहापात्रा द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी राज्यों की आकाशीय बिजली एवं आंधी तूफान को लेकर तैयारी का ब्यौरा लिया गया। बैठक में उत्तराखंड से एसए मुरुगेसन, प्रभारी सचिव उत्तराखंड आपदा विभाग, डॉ पीयूष रौतेला निदेशक, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और राहुल जुगरान ने प्रतिभाग किया। बैठक के दौरान राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने सभी राज्यों को कम समय में बेहतर तरीके से जन समुदाय को आंधी-तूफान और आकाशीय बिजली से सम्बन्धित चेतावनी देने की सलाह दी। कॉमन अलर्ट प्रोटोकॉल के माध्यम से चेतावनी को पहुंचाने पर जोर दिया गया। अर्ली वार्निंग और जन जागरूकता के माध्यम से आकाशीय बिजली एवं आंधी तूफान के संदर्भ में लोगों को पहले से ही सूचित किया जाए ताकि मानव क्षति को कम किया जा सके। साथ ही 'फोरकास्ट वार्निंग सिस्टम' के सुदृढ़ीकरण पर बल दिया गया। हिन्दुस्थान समाचार/दधिबल/बच्चन-hindusthansamachar.in

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