उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूर्ण हुआ चार दिवसीय छठ महापर्व
उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूर्ण हुआ चार दिवसीय छठ महापर्व

उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पूर्ण हुआ चार दिवसीय छठ महापर्व

पटना, 21 नवम्बर (हि.स.)। बिहार सहित पूरे देशभर में आज लोक आस्था के महापर्व छठ का चार दिवसीय अनुष्ठान उगते (उदीयमान) सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही संपन्न हो गया। बिहार में शनिवार सुबह पटना, बक्सर, आरा, बेगूसराय और भागलपुर में गंगा किनारे घाटों पर उगते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए लोग कल रात से ही जुटे थे। आज सुबह उदियमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही चार दिवसीय छठ महापर्व का अनुष्ठान पूर्ण हो गया। आखिरी दिन के अर्घ्य को लोग ऊषा अर्घ्य के नाम से जानते हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में गंगा घाट पर भी लोगों ने बड़ी संख्या में उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूरा किया। इस दौरान उगते सूर्य और आस्था का अद्भुत नजारा देखने को मिला। दिल्ली, गाजियाबाद, नोएडा जैसे शहरों में कई जगहों पर लोगों ने टब में पानी भरकर अपने घरों की छतों पर सूर्य को अर्घ्य देते दिखे। कुछ लोगों ने घर के सामने गड्ढे में पानी भरकर छठ पूजा संपन्न की। छठ पूजा के मौके पर छठी माई के भोजपुरी गीतों की भी धूम रही। इस मौके पर कई कलाकारों ने अपने नए छठ गीत लॉन्च किए। सबसे ज्यादा शारदा सिन्हा के पारंपरिक छठ गीत को लोगों ने पसंद किया। पवन सिंह, खेसारी लाल यादव व अन्य कलाकारों को भी खूब सुना गया। मुम्बई सहित महाराष्ट्र में भी लोगों ने पूरे विधि-विधान से छठ पूजा संपन्न की। उल्लेखनीय है कि छठ पूजा मनाने वाले व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर कड़ी साधना कर सूर्य से अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की। इससे पहले षष्ठी को यानी 20 नवम्बर की शाम को व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया। इस व्रत की शुरुआत नहाय-खाय से होती है। हिन्दुस्थान समाचार/गोविन्द/रामानुज-hindusthansamachar.in

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