उत्तरकाशी को 225 किलोवाट सोलर और पिरूल प्लांट का तोहफा, सीएम ने किया लोकार्पण
उत्तरकाशी को 225 किलोवाट सोलर और पिरूल प्लांट का तोहफा, सीएम ने किया लोकार्पण

उत्तरकाशी को 225 किलोवाट सोलर और पिरूल प्लांट का तोहफा, सीएम ने किया लोकार्पण

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा- रोजगार, स्वरोजगार की कमी नहीं, संसाधनों का सही दोहन करने की जरूरत चिरंजीव सेमवाल उत्तरकाशी 30 सितम्बर (हि.स.)। चिन्यालीसौड़ ब्लॉक के टिपरी गांव में बुधवार सुबह मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोलर पावर प्लांट का तोहफा दिया। मुख्यमंत्री ने 200 किलोवाट के सोलर पावर प्लांट का लोकार्पण किया। उन्होंने युवाओं को संदेश दिया कि उत्तराखंड में रोजगार और स्वरोजगार की कमी नहीं है, सिर्फ संसाधनों का सही रूप से दोहन करने की आवश्यकता है। कोरोना महामारी के सात माह बाद सीएम का उत्तरकाशी का पहला दौरा है। मुख्यमंत्री टिपरी गांव पहुंचे तो लोग सोशल डिस्टेंसिंग के साथ स्वागत में खड़े मिले। मुख्यमंत्री जब गाड़ी से उतरे तो कोरोना को लेकर सावधानी बरतते हुए उनकी थर्मल स्क्रीनिंग की गई। इसके बाद सीएम का तिलक लगाकर स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोलर पावर प्लांट के लिए आयोजित समारोह का रिबन काटकर उद्घाटन किया। सीएम ने कहा कि पिरूल से बिजली , डीजल, लिसाह से 127 आइटम बन सकते हैं। इसलिए सरकार प्रयास कर रही है कि पिरूल के माध्यम से 40 हजार लोगों को रोजगार मिल सके। साथ ही बागवानी आदि क्षेत्र में भी सरकार लगातार सब्सिडी देकर प्रयास कर रही है कि युवा स्वरोजगार से जुड़े सकें। सीएम त्रिवेंद्र ने इसके बाद डुंडा ब्लॉक के चकोन गांव में 25 किलोवाट के पिरूल प्लांट का भी लोकार्पण किया। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड देश का पहला राज्य है कि जहां पर जल विद्युत परियोजनाओं के बाद सोलर पावर प्लांट पर सबसे ज्यादा धन निवेश हो रहा है। मुख्यमंत्री सोलर स्वरोजगार के माध्यम से 10 हजार लोगों को स्वरोजगार देने की योजना है। इस योजना के तहत प्रदेश का युवा 25 किलोवाट के सोलर प्लांट को शुरू कर सकता है। आज उत्तराखंड का भविष्य स्वरोजगार में है। इसके लिए प्रदेश सरकार लगातार पिरूल हो या बागवानी। हर क्षेत्र को विकसित करने के लिए कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि इंद्रा टिपरी गांव में पानी की समस्या के समाधान के लिए कार्य किया जाए, जिससे कि ग्रामीण मत्स्य पालन जैसी स्वरोजगार योजनाओं को शुरू कर सकें। त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि जब भी कोई योजना शुरू होती है तो उसमें कुछ अड़चनें आती हैं, लेकिन स्वरोजगार योजनाओं में लोन के लिए बैंकों पर लगातार सरकार का दबाव है। सोलर पावर प्लांट योजना में सरकार गारंटर है। इसलिए कोई भी युवा घबराए नहीं और मुख्यमंत्री सोलर प्लांट स्वरोजगार योजना का लाभ ले। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मानव शक्ति की कमी नहीं है। यहां के लोग पराक्रमी और ईमानदार हैं। संसाधनों का दोहन न कर पाने से रोजगार के लिए बाहरी राज्यों का रुख कर रहे हैं। उन्होंने युवाओं का राज्य में रहकर स्वरोजगार अपनाने का आह्वान किया। कार्यक्रम में यमुनोत्री क्षेत्र के विधायक केदार सिंह रावत ने मुख्यमंत्री से टिपरी हाईस्कूल को उच्चकृत कर इंटरमीडिएट तक करने और सीएससी चिन्यालीसौड़ को बेस अस्पताल का दर्जा देने की मांग की। इस मौके पर भाजपा जिलाध्यक्ष रमेश चौहान, गंगोत्री विधायक गोपाल सिंह रावत, राधिका झा ,सचिव ऊर्जा एनं डुंडा ब्लाक प्रमुख शैलेंद्र कोहली, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित, पुलिस अधीक्षक पंकज भट्ट आदि मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

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