आसमान-के-तारे-और-बजट-के-आँकड़े-(व्यंग्य)
आसमान-के-तारे-और-बजट-के-आँकड़े-(व्यंग्य)

आसमान के तारे और बजट के आँकड़े (व्यंग्य)

मेरी कई बुरी आदतों में एक बुरी आदत दिन में देखी-सुनी बातों का रात में सोते सयम सपने में रिहर्सल करना होता है। चूँकि दिन भर मैंने बजट की खबरें देखी थीं, सो रात में वित्तमंत्री बन बैठा। इस खयाली पुलाव की दुनिया के बहुत बड़े टीवी चैनल के पत्रकार क्लिक »-www.prabhasakshi.com

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