असम: बीपीएफ को बड़ा झटका, विश्वजीत दैमारी व इमानुएल मुसाहारी भाजपा में शामिल
असम: बीपीएफ को बड़ा झटका, विश्वजीत दैमारी व इमानुएल मुसाहारी भाजपा में शामिल

असम: बीपीएफ को बड़ा झटका, विश्वजीत दैमारी व इमानुएल मुसाहारी भाजपा में शामिल

अरविंद राय गुवाहाटी, 22 नवम्बर (हि.स.)। बोड़ोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के वरिष्ठ नेता तथा कार्यकारी अध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य विश्वजीत दैमारी और बीपीएफ के महासचिव इमानुवेल मुसाहारी रविवार को बीपीएफ को छोड़कर राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा में औपचारिक रूप से शामिल हो गये। दोनों नेताओं के भाजपा में शामिल होने को बीपीएफ के लिए बड़े झटके के रूप में देखा जा रहा है। भाजपा में शामिल होने के साथ ही विश्वजीत दैमारी ने राज्यसभा की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। रविवार को गुवाहाटी के खारघुली स्थित मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तथा सांसद दिलीप सैकिया, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रंजीत कुमार दास तथा पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में विश्वजीत दैमारी और इमानुवेल मुसाहारी ने भाजपा का औपचारिक रूप से दामन थामा। इस मौके पर मुख्यमंत्री सोनोवाल ने दोनों नेताओं को असमिया गमछा पहनाकर भाजपा में उनका स्वागत किया। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने दोनों नेताओं को भाजपा का अंगवस्त्र पहनाकर स्वागत किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि बीटीसी परिषदीय चुनाव से पूर्व भाजपा में दो बोड़ो नेताओं का शामिल होना बेहद शुभ संकेत है। आज इस शुभ वातावरण के बाद बीटीसी परिषद में भाजपा की सत्ता कायम होगी, यह अब निश्चित हो गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में दोनों नेताओं के शामिल होने से सिर्फ बीटीसी ही नहीं पूरे राज्य में भाजपा और अधिक शक्तिशाली बनेगी। ज्ञात हो कि दोनों नेताओं के बीपीएफ छोड़ने से बीपीएफ अध्यक्ष हग्रामा महिलारी की स्थिति बेहद कमजोर हो जाएगी। हालांकि, बीपीएफ के नेताओं का कहना है कि उनकी पार्टी की सेहत पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। स्थानीय राजनीति के जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में और भी कई नेता बीपीएफ को छोड़ भाजपा में शामिल हो सकते हैं। आशंका तो इस बात की भी जतायी जा रही है कि बीटीसी चुनाव के बाद बीपीएफ के जीते हुए परिषद सदस्य भी भाजपा का दामन थाम सकते हैं। कारण ऐसे कई नेता भाजपा नेताओं के संपर्क में हैं। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in