अच्छे संस्कारों से होती है सुदृढ़ समाज की स्थापनाः साध्वी ऋतंभरा
अच्छे संस्कारों से होती है सुदृढ़ समाज की स्थापनाः साध्वी ऋतंभरा

अच्छे संस्कारों से होती है सुदृढ़ समाज की स्थापनाः साध्वी ऋतंभरा

-दि इंडियन पब्लिक स्कूल के दो दिवसीय राष्ट्रस्तरीय अंतर्विद्यालय पंडित भानुप्रताप शुक्ल आशुभाषण एवं निबंध लेखन ऑनलाइन प्रतियोगिता में किया बच्चों का उत्साहवर्धन देहरादून, 08 अगस्त (हि.स.)। धर्म और राष्ट्र जागरण की प्रमुख स्तंभ एवं वात्सल्य ग्राम की संचालक साध्वी ऋतंभरा ने कहा है कि सर्वप्रथम मनुष्य में पीड़ा को अनुभव करने की क्षमता होनी चाहिए। तभी वह प्राणी जगत की पीड़ा को समझ पाएगा। व्यक्ति को अपने माता-पिता का सम्मान और उसकी रक्षा करनी चाहिए। संस्कारों से बड़ी पूंजी कोई नहीं है। मनुष्य को अपने संस्कारों को बचाकर रखना चाहिए, तभी सुदृढ़ समाज की स्थापना हो पाएगी। उन्होंने यह विचार दो दिवसीय (7 एवं 8 अगस्त) राष्ट्रस्तरीय अंतर्विद्यालय पंडित भानुप्रताप शुक्ल आशुभाषण एवं निबंध लेखन ऑनलाइन प्रतियोगिता में व्यक्त किए। प्रतियोगिता का आयोजन दि इंडियन पब्लिक स्कूल राजवाला, देहरादून में किया गया। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के वरिष्ठतम प्रचारक एवं इक्कीसवीं सदी के एकमात्र मौलिक एवं प्रखर चिंतक, विचारक एवं लेखक ब्रह्मलीन पंडित भानुप्रताप शुक्ल की पुण्यतिथि के पावन अवसर पर दो चरणों में आयोजित प्रतियोगिता का समापन शनिवार को हुआ। आशुभाषण प्रतियोगिता की मुख्य अतिथि साध्वी ऋतंभरा जीवन में संस्कारों के महत्व को रेखांकित किया। पूर्व राज्यसभा सदस्य एवं विद्यालय के चेयरमैन रविन्द्र किशोर सिन्हा ने पंडित भानुप्रताप शुक्ल की जीवन यात्रा पर चर्चा करने के साथ उनसे सम्बंधित संस्मरण साझा किए। इस अवसर पर विद्यालय निदेशक एके सिंह, प्रधानाचार्य एसके सिन्हा, और इंडियन पब्लिक स्कूल एजुकेशन फाउंडेशन समिति की संयुक्त सचिव रत्ना सिन्हा और अशोक प्रसाद मौजूद रहे। प्रतियोगिता के निर्णायकों में जन चेतना के गीतकार एवं कवि बुद्धिनाथ मिश्र एवं दो दशक से राजनीति पर पैनी निगाह रखने वाले पत्रकार संतोष कुमार की भूमिका प्रमुख रही। यह प्रतियोगिता ‘तरुण भारत’ और पांचजन्य के संपादक भानुप्रताप शुक्ल के सम्मान में वर्ष 2007 से आयोजित की जा रही है। प्रतियोगिता में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, चेन्नई, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र आदि राज्यों के 40 विद्यालयों ने हिस्सा लिया। इनमें न्यू सेंट थॉमस अकादमीहरिद्वार, आरएएन पब्लिक स्कूल रुद्रपुर, ज्ञानवे मॉडर्न सीनियर सेकेंडरी स्कूल रुड़की, एलेन हॉउस पब्लिक स्कूल कानपुर, ज्ञान विहार को एड्यूकेशन इंग्लिश मीडियम स्कूल जयपुर, एसजीआरआर पब्लिक स्कूल देहरादून, सुशील हरी इंटरनेशनल रेजिडेंशियल स्कूल चेन्नई, नैन्सी इंटरनेशनल स्कूल देहरादून, केन्द्रीय विद्यालय चेन्नई, समर वैली देहरादून, डीएवी पब्लिक स्कूल देहरादून, द सेपियंस स्कूल देहरादून, रेड रोज स्कूल भोपाल, मां आनंदमयी मेमोरियल स्कूल देहरादून, द दून ग्लोबल स्कूल देहरादून, बीएमएल मंजुल ग्रीन मिडोस स्कूल हरिद्वार, कोला सरस्वती वैष्णव सीनियर सेकेंडरी स्कूल चेन्नई, डीएवी पब्लिक स्कूल बेहत, श्रीराम सेंटेंनियल स्कूल देहरादून, द टोंस ब्रिज स्कूल देहरादून, ओबराय स्कूल देहरादून, चेन्नई पब्लिक स्कूल चेन्नई, श्रीराम कृष्ण एकेडमी देहरादून, केंद्रीय विद्यालय लखी बाघ देहरादून, द युधिष्ठिर पब्लिक स्कूल विकासनगर देहरादून, सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल देहरादून, दयाल सिंह पब्लिक स्कूल करनाल (हरियाणा), द विजडम पब्लिक स्कूल हरिद्वार, आशा मॉर्डन इंटरनेशनल स्कूल सहारनपुर, संजय घोदावत इंटरनेशनल स्कूल कोल्हापुर (महाराष्ट्र), द लॉरेंस स्कूल सनावर शिमला (हिमाचल प्रदेश), डीएसबी इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल ऋषिकेश, डीपीएस जी स्कूल देहरादून, विवेकानंद स्कूल देहरादून, द सेपियंस स्कूल विकासनगर, आरआईएमसी देहरादून और दि इंडियन पब्लिक स्कूल देहरादून शामिल हैं। प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को क्रमशः 10, 5 एवं 2 हजार रुपये की धनराशि से पुरस्कृत किया गया। यह धनराशि दोनों दिन के विजेताओं में समान रूप से वितरित की गई। आशुभाषण प्रतियोगिता में प्रथम दिवस अपने विद्यालय का गौरव बढ़ाने वालों में समर वैली स्कूल देहरादून की शिवांशी रावत प्रथम, राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज के नकुल सिंह राठौर एवं आशा मॉर्डन इंटरनेशनल स्कूल, सहारनपुर की रुपाली सिंह द्वितीय, टोंस ब्रिज स्कूल देहरादून की श्रेया पंत तृतीय स्थान पर रहीं। प्रतियोगिता के दूसरे चरण में शनिवार को दि इंडियन पब्लिक स्कूल देहरादून की की असीन सिन्हा प्रथम, केंद्रीय विद्यालय आईटीबीपी देहरादून की ईशा शर्मा दूसरे, विवेकानंद स्कूल देहरादून की अदिति कुमारी तीसरे और राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज के कैडेट सिद्धार्थ सिंह ने चौथा स्थान प्राप्त किया। मेजबान होने के नाते दि इंडियन पब्लिक स्कूल देहरादून ने पुरस्कार राशि को द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को सौंपा। आखिर में ज्ञानवर्धक एवं साहित्यिक कार्यक्रम से आयोजन का समापन किया गया। हिन्दुस्थान समाचार/मुकुंद/-hindusthansamachar.in

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