अंबाला एयरबेस के आसपास ​कबूतर उड़ाने पर लगी रोक
अंबाला एयरबेस के आसपास ​कबूतर उड़ाने पर लगी रोक

अंबाला एयरबेस के आसपास ​कबूतर उड़ाने पर लगी रोक

- राफेल को कबूतरों से खतरा बताकर वायुसेना ने लिखी थी हरियाणा सरकार को चिट्ठी - एयरबेस के 10 किमी. दायरे में रोक लगाने के साथ ही कबूतरबाजों को भेजा नोटिस सुनीत निगम नई दिल्ली, 02 सितम्बर (हि.स.)। अंबाला एयरबेस में तैनात फाइटर जेट राफेल को कबूतरों से खतरा है, इसलिए वायुसेना ने सुरक्षा के मद्देनजर हरियाणा के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी। इस पर शहरी निकाय निदेशालय ने अंबाला एयरबेस के आसपास 10 किलोमीटर के दायरे में कबूतर उड़ाने पर रोक लगा दी है। साथ ही क्षेत्र में कबूतर उड़ाने वालों को नोटिस जारी करके कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। फ्रांस से 29 जुलाई को आये 5 फाइटर जेट राफेल के लिए अंबाला में 17 स्क्वाड्रन 'गोल्डन एरोज' बनाई गई है। इन राफेल विमानों को अब वायुसेना के बेड़े में औपचारिक रूप से शामिल करने के लिए 10 सितम्बर को अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर ही कार्यक्रम होना है। फ्रांसीसी लड़ाकू राफेल की दूसरी खेप में चार विमान अक्टूबर में एयरफोर्स डे के आसपास आने की उम्मीद है। 4 फाइटर जेट्स का यह दूसरा बैच भी अंबाला एयर फोर्स स्टेशन पर राफेल के लिए बनाई गई 17 स्क्वाड्रन 'गोल्डन एरोज' में पहुंचेगा। यह एयर बेस धूलकोट, बलदेव नगर, गरनाला और पंजोखरा और राष्ट्रीय राजमार्ग 1-ए सहित गांवों से घिरा हुआ है। इन गांवों की आबादी से एयरबेस के आसपास उड़ने वाले कबूतर राफेल के लिये खतरा बन सकते हैं। इसलिए सुरक्षा के मद्देनजर वायुसेना के एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह ने हरियाणा के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखी जिसमें अंबाला एयरबेस में तैनात राफेल विमानों के लिये उड़ने वाले पक्षियों को खतरा बताकर कार्रवाई करने को कहा। एयर मार्शल की चिट्ठी के बाद शहरी निकाय निदेशालय ने वायुसेना के बेस के आस-पास के 10 किलोमीटर के दायरे में कबूतर उड़ाने वाले लोगों को नोटिस जारी करके कहा कि अगर कबूतर उड़ाए तो कार्रवाई होगी। इससे पहले हरियाणा के अंबाला में अधिकारियों को भारतीय वायुसेना स्टेशन को उड़ाने की एक धमकी भरी चिट्ठी मिली थी, जिसकी अधिकारियों ने नजदीकी पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि एहतियात के तौर पर अंबाला स्टेशन पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। हिन्दुस्थान समाचार-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in