स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर देश के विकास में योगदान करें युवा : अजित डोभाल
नई दिल्ली, 12 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल ने देश के युवाओं को स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेकर देश के विकास में पूरी क्षमता से योगदान देने का आह्वान करते हुए कहा कि देश का युवा यदि कुछ ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं है। अजित डोभाल ने मंगलवार को जवाहरलाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्रों को स्वामी विवेकानंद के विचारों और दर्शन से रूबरू कराते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद भारत को बेहतर ढंग से समझते थे। उन्होंने न केवल भारतीयों को यह बताया कि हम कहां हैं बल्कि ये भी बताया कि हम कौन हैं। उन्होंने भारतीयों को उनकी कमजोरियों के साथ-साथ शक्तियों से भी परिचित कराया। उन्होंने देश में व्याप्त जाति प्रथा पर चिंता जताते हुए इसे विकास में बड़ी बाधा करार दिया। दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए अजीत डोभाल ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे ज्यादा युवा आबादी वाला देश है। युवा नई उमंग के साथ कार्य करते रहें और उत्साह के साथ देश को आगे ले जाएं। स्वामी विवेकानंद की जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस से जुड़े कार्यक्रम में डोभाल ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने अपने समय में शिक्षा के महत्व पर बेहद जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिक्षित भारतीय ही मजबूत भारत बन सकता है। हमारे देश के युवाओं को उच्च शिक्षा हासिल करनी चाहिए और चरित्र निर्माण की दिशा में प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि इस दिशा में ध्यान साधना एवं योग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। डोभाल ने अपने भाषण के दौरान स्वामी विवेकानंद के शिकागो धर्म सभा में किए गए उद्बोधन का विशेष रूप से जिक्र किया। उनके इस संबोधन से दुनिया ने हिंदुत्व और भारत को नए नजरिए से देखा है। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील-hindusthansamachar.in