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पांच चुनावी राज्यों में कल होगा मतदान, केरल, तमिलनाडु और पुडुचेरी सभी सीटों शामिल

-असम का तीसरा और अंतिम चरण, बंगाल का आठ में से तीसरा चरण नई दिल्ली, 05 अप्रैल (हि.स.)। चुनाव आयोग ने मंगलवार को सभी पांच राज्यों में होने वाले मतदान की तैयारियां पूरी कर ली है। इस दिन पश्चिम बंगाल व असम में तीसरे चरण और तमिलनाडु, केरल व पुडुचेरी में एक चरण में सभी सीटों पर मतदान होगा। तमिलनाडु, केरल और केन्द्र शासित प्रदेश पुडुचेरी में एक ही चरण में कल मतदान होगा। वहीं असम में तीसरे और अंतिम चरण का मतदान होगा। पश्चिम बंगाल में आठ चरणों में मतदान है और यह देश की राजनीति के केन्द्र बने राज्य का तीसरा चरण है। 29 अप्रैल को आठवें चरण का मतदान होगा और 2 मई को नतीजे आएंगे। पश्चिम बंगाल पश्चिम बंगाल की 31 विधान सभा सीटों जिसमें 16 उत्तरी 24 परगना, सात हावड़ा, आठ हुगली में है। इन्हें तृणमूल कांग्रेस का गढ़ माना जाता है। इस दौरान कुल 78,52,425 मतदाता 205 उम्मीदवारों की सियासी किस्मत तय करेंगे। पिछले विधानसभा चुनाव में तृणमूल ने इन 31 सीटों में से 29 पर कब्जा जमाया था, जिनमें दक्षिण 24 परगना की 15, हुगली की आठ हावड़ा की छह सीटें शामिल थीं। हावड़ा व दक्षिण 24 परगना की एक-एक सीट पर वाममोर्चा-कांग्रेस गठबंधन ने जीत दर्ज की थी। चुनाव आयोग सूत्रों के मुताबिक तीसरे चरण में 10,871 बूथों पर केंद्रीय बलों की 618 कंपनियों की तैनाती की जाएगी। सबसे ज्यादा तैनाती दक्षिण 24 परगना जिले में होगी, जहां की कई सीटें बेहद संवेदनशील बताई जा रही हैं। गौरतलब है कि पहले चरण में 730 और दूसरे चरण में 651 कंपनियों की तैनाती की गई थीं। रायदीघी से तृणमूल के टिकट पर यहां दो बार निर्वाचित हुईं बांग्ला फिल्मों की मशहूर अभिनेत्री देवश्री राय को जब इस बार उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया तो उन्होंने पार्टी ही छोड़ दी। तृणमूल ने इस बार यहां आलोक जलदाता को उतारा है। इस सीट पर माकपा के टिकट पर एक बार फिर राज्य के पूर्व मंत्री व माकपा के वरिष्ठ नेता कांति गांगुली हैं। भाजपा ने यहां शांतनु बापुली को टिकट दिया है। तारकेश्वर सीट पद्म भूषण स्वपन दासगुप्ता की वजह से सुर्खियों में हैं, जिन्होंने भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए हाल में राज्यसभा के सदस्य पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका मुकाबला तृणमूल के रमेंदु सिंहराय और माकपा के सुरजीत घोष से है। उलबेरिया उत्तर से तृणमूल के डॉ. निर्मल माझी पिछले दो बार से यहां के विधायक हैं। वे यहां जीत की हैट्रिक लगाने की जुगत में हैं जबकि उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा से चिरन बेरा और माकपा के अशोक दलुई मैदान में हैं। असम तीसरे चरण के मतदान में 12 जिलों के 40 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा। तीसरे चरण में कुल 237 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। जिसमें 312 पुरुष और 25 महिला उम्मीदवार हैं। तीसरे चरण में 11401 मतदान केंद्रों पर वोटिंग की व्यवस्था की गयी है। अंतिम चरण में हाई प्रोफाइल नेताओं में जालुकबारी से नेडा के संयोजक व सरकार के कद्दावर मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा, धरमपुर से भाजपा नेता व मंत्री चंद्रमोहन पटवारी, पाटाचारकुची से भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, गुवाहाटी पूर्व भाजपा नेता व मंत्री सिद्धार्थ भट्टाचार्य, बंगाईगांव से अगप के वरिष्ठ नेता व मंत्री फणीभूषण चौधरी, कोकराझार से बीपीएफ नेता व मंत्री प्रमीला रानी ब्रह्म, उदालगुरी से बीपीएफ नेता व मंत्री रिहन दैमारी, सिडली से बीपीएफ नेता व मंत्री चंदन ब्रह्म समेत कांग्रेस, एआईयूडीएफ के भी कई वरिष्ठ नेताओं की किश्मत दाव पर लगी है। 320 सीएपीएफ कंपनियों में से 30 स्ट्रांग रूम ड्यूटी के लिए और शेष की ड्यूटी अन्य कानून व्यवस्था के लिए आरक्षित हैं। इन कंपनियों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीआरपीएफ), अन्य राज्यों और असम की राज्य सशस्त्र पुलिस (एसएपी) शामिल हैं। तमिलनाडु तमिलनाडु की सभी सीटों पर मंगलवार को मतदान होगा। राज्य में मुख्य मुकाबला इडापड्डी पलानीस्वामी के नेतृत्व वाली अन्नाद्रमुक और एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली द्रमुक के बीच है। द्रमुक 2011 से सत्ता से बाहर है और दोबारा लौटने के लिए आतुर है। वहीं केन्द्र की भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ रही अन्नाद्रमुक सत्ता बचाने के लिए भरसक प्रयास कर रही है। यह तमिलनाडु की राजनीति के दो दिग्गजों एम करुणानिधि और जे जयललिता के बिना पहला विधानसभा चुनाव भी है। राज्य की 234 सीटों में से अन्नाद्रमुक 191, भाजपा 23 सीटों, पीएमके 20 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं द्रमुक ने कुल सीटों में से 25 सीटों में कांग्रेस और 6 सीटें माकपा, भाकपा, वीसीके, एमडीएमके को दी हैं। मुख्यमंत्री पलानीस्वामी सलेम जिले की इडापड्डी सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। स्टालिन कोलाथुर सीट के मैदान में है जिसे उन्होंने 2011 और 2016 में दो बार जीता है। बोडिनायकन्नूर सीट से उपमुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम मैदान में है। अभिनेता और मक्कल नीडि माईम के नेता कमल हासन कोयंबटूर (दक्षिण) से चुनावी शुरुआत करेंगे। राज्य में कुल 3,998 उम्मीदवार मैदान में हैं। केरल केरल की 140 विधानसभा सीटों के लिए वाम नेतृत्व वाले सत्तारूढ़ एलडीएफ और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी यूडीएफ के बीच मुख्य मुकाबला होने वाला है। 1980 के बाद से दोनों गठबंधन एक के बाद एक सत्ता में आते रहे हैं और कोई भी दोबारा सत्ता में नहीं लौटा है। राज्य के 2.74 करोड़ मतदाता कल 957 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। सत्ता पक्ष की ओर से मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन, स्वास्थ्य मंत्री केके शैलजा, देवस्वम मंत्री कदमपल्ली सुरेंद्रन, बिजली मंत्री एमएम मणि और उच्च शिक्षा मंत्री केके जेलेल के नाम प्रमुख हैं वहीं विपक्ष के नेता रमेश चेन्निथला, पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी, वरिष्ठ नेता के मुरलीधरन, पी टी थॉमस और तिरुवनलूर राधाकृष्णन यूडीएफ की ओर से चुनाव मैदान में हैं। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी तीसरा पक्ष बनने के प्रयास में कई दिग्गजों को लेकर चुनावी जंग में है। मेट्रो मैन ई श्रीधरन के साथ पूर्व मिजोरम के राज्यपाल कुम्मनम राजशेखरन, प्रदेश अध्यक्ष के सुरेंद्रन, वरिष्ठ नेता शोभा सुरेंद्रन, राज्यसभा सदस्य सुरेश गोपी और के जे अल्फोंस मैदान में है। भाजपा ने अपने घोषणापत्र में वादा किया है कि वह 'लव जिहाद' के खिलाफ और सबरीमाला मंदिर के रीति-रिवाजों और परंपराओं की रक्षा के लिए राज्य कानून बनाएगी। वहीं केरल कांग्रेस (एम) के प्रमुख जोस के मणि जिन्होंने हाल ही में यूडीएफ के साथ दशकों पुराने संबंधों को तोड़ दिया और वाम मोर्चे के साथ हाथ मिलाया है। पुडुचेरी केन्द्र शासित प्रदेश की 30 सीटों के लिए मुख्य मुकाबला कांग्रेस के नेतृत्व वाले सेक्युलर डेमोक्रेटिक गठबंधन और ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस (एआईएनआरसी) के नेतृत्व वाले एनडीए के बीच है। यहां 324 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करने के लिए कुल 10,04,507 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 2016 के बाद से कांग्रेस सरकार का नेतृत्व कर रहे पूर्व मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने इस बार चुनावी जंग से बाहर रहने का फैसला किया है। हाल ही में उनकी सरकार अल्पमत में आ गई थी और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाया गया था। यहां एआईएनआरसी 16 सीटों, भाजपा 9 सीटों और अन्नाद्रमुक पांच सीटों पर चुनाव लड़ रही है। वहीं कांग्रेस 14 सीटों पर लड़ने के साथ यानम में निर्दलीय को समर्थन दे रही है और उसकी सहयोगी द्रमुक 13 सीटों पर चुनाव लड़ रही है, वीसीके और वाम दलों को एक-एक सीट दी गई है। हिन्दुस्थान समाचार/अनूप

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