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बंगाल में जारी हिंसा पर अविलंब रोक लगे: बीएमएस

नई दिल्ली, 08 मई (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद से जारी राजनीतिक हिंसा पर भारतीय मजदूर संघ (बीएमएस) ने गंभीर चिंता जताई है। साथ ही इसपर अविलंब रोक लगाने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग को लेकर शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है। बीएमएस के राष्ट्रीय महामंत्री विनय कुमार सिन्हा ने कहा है कि चुनाव नतीजों के बाद से अनियंत्रित तरीके से शुरू हुई राज्यव्यापी हिंसा ना केवल निंदनीय है, बल्कि पूर्व नियोजित भी है। इसपर तत्काल प्रभाव से रोक लगनी चाहिए। बीएमएस उत्तर क्षेत्र के क्षेत्रीय संगठन मंत्री पवन कुमार ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कहा कि चुनाव बाद हिंसा में विघटनकारी शक्तियों ने ना केवल महिलाओं के साथ घृणास्पद व्यवहार किया, बल्कि निर्दोष लोगों की क्रूरतापूर्ण हत्याएं कीं। इस दौरान घरों को जलाने के साथ ही व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और दुकानों को लूटा गया। भय के कारण हजारों लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने को मजबूर हैं। बीएमएस इस वीभत्स हिंसा की कठोर शब्दों में निंदा करता है। पवन कुमार ने कहा कि इस पाश्विक हिंसा का सर्वाधिक दुखद पक्ष यह है कि शासन-प्रशासन की भूमिका केवल मूकदर्शक की दिखाई दे रही है। दंगाइयों को ना तो किसी का डर है और ना ही प्रशासन की ओर से उन पर नियंत्रण की कोई प्रभावी पहल दिखाई दे रही है। प्रदेश में अब तक भारतीय मजदूर संघ के 25 से अधिक कार्यालयों पर हमले हो चुके हैं। इन हमलों में बीएमएस के 30 से अधिक कार्यकर्ता घायल हुए हैं। उल्लेखनीय है कि भाजपा की ओर से एक दिन पहले ही दावा किया गया था कि दो मई को चुनाव नतीजों के बाद से अब तक उसके 18 कार्यकर्ताओं की हत्या हो चुकी है। गुरुवार को बंगाल के दौरे पर गए विदेश राज्यमंत्री वी. मुरलीधरन के काफिले पर भी हमला हुआ था। प्रदेश में हिंसा के कारणों की पड़ताल के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा गठित चार सदस्यीय टीम के सदस्यों ने शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ के साथ कोलकाता स्थित राजभवन में बैठक की थी। इसके साथ ही हिंसाग्रस्त इलाकों का दौरा भी किया था। यह टीम जल्द ही अपनी रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेगी। हिन्दुस्थान समाचार/ पवन

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