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अठारह वर्ष से अधिक उम्र के हर नागरिक को लगे टीका: डॉ. मल्ही

आशुतोष पाण्डेय नई दिल्ली, 10 अप्रैल (हि.स.)। देश में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। पिछले एक सप्ताह से देखा जा रह है कि देश में हर दिन एक लाख से अधिक लोग संक्रमित हो रहे हैं। इस मुद्दे पर शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर अमरिंदर सिंह मल्ही ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत करते हुए कहा कि अगर कोरोना संक्रमण के इस रफ्तार को रोकना है तो 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले हर व्यक्ति को कोरोना का टीका लगवाने का कार्य बिना देरी किए शुरू कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर देश की 70 फीसदी जनता को हम कोरोना का टीका लगवा देते हैं तो हर्ड इम्यूनिटी विकसित होगी यानी कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए शरीर तैयार हो जाएगी। टीकाकरण के बाद अगर कोई कोरोना से कोई संक्रमित भी होता है तो हर्ड इम्यूनिटी विकसित होने के चलते संक्रमित व्यक्ति क्रिटिकल अवस्था में नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि वैक्सीन कब लगेगा ये तो सरकार को तय करना है। लेकिन कोरोना से कैसे बचें ये खुद हम तय कर सकते हैं। अगर सावधानी बरती जाए तो हम खुद को कोरोना संक्रमण से बचा सकते हैं। सरकार ने जो कोरोना गाइडलाइन जारी की है उसका पालन सभी को करना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना प्रोटोकॉल का पालन उन्हें भी करना है जिन्होंने कोरोना का टीका लगवा लिया है। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना संक्रमण इस लिए इतनी तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि यहां कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। ये हैं कोरोना संक्रमण के लक्षण, रहें सावधान डॉक्टर मल्ही ने कहा कि बुखार, सूखी खांसी, गले में खराश, स्वाद और गंध न पता चलना, सांस लेने में दिक्कत या सांस फूलना ये कोरोना संक्रमण के पुराने लक्षण रहे हैं। जबसे कोरोना की दूसरे लहर शुरु हुई है तबसे संक्रमित लोगों में कुछ और भी लक्षण देखे जा रहे हैं जैसे मरीजों में कमजोरी, थकान, शरीर में दर्द, जोड़ो में दर्द, उल्टी और दस्त, आंखों की पुतलियों का लाल होना, हाथ और पैर के नाखूनों में कालापन आना। इनमें से कोई भी लक्षण दिखे तो वो इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टर को संपर्क करें। वैक्सीन लगवाने के बाद भी रहें सावधान डॉक्टर मल्ही ने कहा कि भारत में कोविड-19 से बचाव के लिए दो वैक्सीन लगाई जा रही हैं। पहली कोविशील्ड और दूसरी है- कोवैक्सीन। कोवैक्सीन की पहली डोज देने के बाद दूसरी डोज 4 सप्ताह बाद दी जाती है। कोविशील्ड की पहली डोज के बाद दूसरी डोज 6 सप्ताह बाद दी जाती है। उन्होंने कहा कि जब दूसरी डोज लग जाती है उसके दो सप्ताह बाद शरीर में एंटीबॉडी बनती हैं। तब जाकर कहीं शरीर कोरोना संक्रमण से लड़ने के लिए तैयार हो पाती है। उन्होंने कहा कि ऐसा देखा जा रहा है कि वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोग लापरवाह हो रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए, नहीं तो कोरोना का संक्रमण बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि हर किसी को सामाजिक दूरी का पालन करना होगा और मास्क भी हर किसी को लगाना होगा वो भी सही तरीके से। तभी जाकर संक्रमण कम हो सकेगा। लापरवाही के चलते बढ़ रहे हैं कोरोना संक्रमण के मामले डॉक्टर अमरिंदर सिंह ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में कोरोना संक्रमण की दर बढ़ी है। बीते एक सप्ताह से तो देश में लगभग 1 लाख से भी अधिक नये मामले सामने आ रहे हैं। इसकी सबसे बढ़ी वजह है लोगों का लापरवाह होना और प्रशासन का सुस्त होना। अगर ऐसी ही लापरवाही बढ़ती रही तो देश को गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इस लिए कोरोना गाइडलाइन में कोई ढिलवाही नहीं होनी चाहिए। हिन्दुस्थान समाचार

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