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हिसार के अस्पताल में बच्चे की मौत पर हंगामा, तोड़फोड़, गुस्साए लोगों ने लगाया जाम...

हिसार के अस्पताल में बच्चे की मौत पर हंगामा, तोड़फोड़, गुस्साए लोगों ने लगाया जाम चिकित्सक व स्टाफ पर हाईडोज देने का आरोप, देर सायं एसपी के पहुंचने पर माने परिजन हिसार, 22 जनवरी (हि.स.)। शहर के कैमरी रोड स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत के विरोधस्वरूप पूरा दिन हंगामा हुआ। बच्चे के परिजनों ने चिकित्सक व स्टाफ पर लापरवाही बरतने व बच्चे को हाईडोज देने का आरोप लगाते हुए जमकर बवाल काटा। शाम को पुलिस को हल्का बल प्रयोग भी करना पड़ा। देर सायं तक स्थिति तनावपूर्ण बनी रही और मौके पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। दिनभर चले हंगामे के बावजूद शहर के विधायक, मेयर या किसी पार्षद ने आकर पीडि़तों को समझाने या मामला सुलझाने का प्रयास नहीं किया जिससे लोगों में इनके प्रति विरोध देखा गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के 12 क्वार्टर निवासी मोहित अपने 7 वर्षीय बच्चे पार्थ का इस अस्पताल में इलाज करवा रहा था। मोहित व अन्य परिजनों का कहना था कि बच्चे की आंख में भैंगापन की दिक्कत थी। जब उसे कैमरी रोड स्थित मान आंखों के अस्पताल में चिकित्सक को दिखाया गया तो चिकित्सक ने बच्चे के ऑप्रेशन की सलाह दी। आरोप है कि शुक्रवार को ऑप्रेशन के दौरान चिकित्सक व स्टाफ ने लापरवाही बरती और बच्चे को कोई हाईडोज दे दी, जिससे उसकी मौत हो गई। आरोप है कि सुबह लगभग 11 बजे उन्हें कुछ शक हुआ तो उन्होंने बच्चे को देखने की बात कही लेकिन अस्पताल स्टाफ ने मना कर दिया। कुछ देर बाद अस्पताल स्टाफ ने ही पुलिस को बुला लिया, जिससे अस्पताल की कार्यप्रणाली संदेह के घेरे में आ गई। परिजनों के अनुसार इसी दौरान अस्पताल स्टाफ ने एक एंबुलेंस भी बुला ली और बच्चे को किसी और अस्पताल ले जाया गया लेकिन उन्हें जानकारी नहीं दी गई। यह भी आरोप है कि अस्पताल ने उनसे 50 हजार रुपये जमा करवा लिए। बच्चे की मौत का समाचार सुनकर परिजन स्तब्ध रह गए। आरोप तो यह भी है कि जब बच्चे के पिता ने चिकित्सक से बातचीत की तो उससे भी मारपीट की गई और इस दौरान कुछ पुलिस कर्मी भी अस्पताल में मौजूद थे। कुछ देर बाद बच्चे के परिजन बच्चे का शव लेकर अस्पताल के बाहर ही धरने पर बैठ गए और चिकित्सक पर हत्या का केस दर्ज करके उसे गिरफ्तार करने की मांग करने लगे। इस दौरान बच्चे के परिजनों के मोहल्ले से अन्य शहरवासी भी जुड़ गए, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई। गुस्साए लोगों ने उस समय हंगामा शुरू कर दिया, जब उन्हें पता चला कि चिकित्सक को पिछले दरवाजे से निकाल दिया गया है। गुस्साए लोगों ने अस्पताल में तोडफ़ोड़ का प्रयास भी किया। परिजनों व गुस्साए लोगों ने पहले कैमरी रोड पर अस्पताल के आगे जाम लगाया और बाद में कैंप चौक पर जाम लगा दिया। इस दौरान शहर की ट्रेफिक व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई। एसपी ने ये दिया आश्वासन देर सायं पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा मौके पर पहुंचे और परिजनों से बात की। एसपी ने कहा कि चिकित्सकों के बोर्ड से बच्चे के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज जांचे जाएंगे। यदि चिकित्सक या स्टाफ का कोई दोष पाया जाता है तो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। ऐसा कहते हुए उन्होंने परिजनों से बच्चे के शव को नागरिक अस्पताल भिजवाने की अपील की, जिसे उन्होंने मान लिया। पुलिस जिप्सी में ही शव को अस्पताल ले जाया गया। शनिवार को था बच्चे का जन्मदिन परिजनों व बच्चे की बदकिस्मती देखिए कि उसका शनिवार को ही जन्मदिन है। परिजन उसकी आंख का ऑप्रेशन करवाकर जन्मदिन पर तोहफा देना चाहते थे वहीं किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई। परिजनों का रो—रोकर बुरा हाल था। जो भी बच्चे की मौत का सुन रहा था, उसकी आंखों में आंसू आ रहे थे। अस्पताल सील, चिकित्सक व स्टाफ पर केस दर्ज परिजनों से बातचीत के बाद पुलिस अधीक्षक बलवान सिंह राणा ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अस्पताल को सील कर दिया गया है और चिकित्सक व स्टाफ पर लापरवाही का केस दर्ज किया गया है। मामले की पूरी पारदर्शिता से जांच की जाएगी और जो भी दोषी होगा, उस पर कार्रवाई होगी। हिन्दुस्थान समाचार/राजेश्वर/ संजीव-hindusthansamachar.in

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