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(अपडेट) बीजापुर नक्सली मुठभेड़ में अब तक 22 जवान शहीद, 31 घायल

- केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री बघेल से की बात रायपुर/बीजापुर, 04 अप्रैल (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच शनिवार को हुई मुठभेड़ में अब तक 22 जवानों के शहीद होने की जानकारी मिली है। मुठभेड़ में घायल 31 जवानों में से सात की हालत गंभीर बनी हुई है। मुठभेड़ में कम से कम 09 नक्सली भी मारे गए हैं। सुरक्षा बलों ने लापता 18 जवानों में से 17 का शव रविवार को बरामद कर लिया। विशेष पुलिस महानिदेशक (नक्सल ऑपरेशन) अशोक जुनेजा ने बताया कि बीजापुर के तर्रेम इलाके में मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए हैं। दो जवानों के शव कल (शनिवार) मिले थे और आज 20 शव बरामद किए गए हैं। आज सुबह से घटनास्थल पर सर्च ऑपरेशन जारी है। शहीद जवानों में डीआरजी के 8, एसटीएफ के 6, सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन के 6 और बस्तर बटालियन के 2 जवानों का समावेश है। तर्रेम में शहीद 22 जवानों के पार्थिव शरीर बीजापुर पहुंचाए गए हैं। सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर के जरिए शहीद जवानों के पार्थिव शरीर बीजापुर लाए गए। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से बीजापुर नक्सली मुठभेड़ के संबंध में बात की। मुख्यमंत्री ने उन्हें मुठभेड़ की वस्तुस्थिति से अवगत कराया। अमित शाह ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से जो भी आवश्यक मदद होगी वो राज्य सरकार को दी जाएगी। बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को हुई क्षति दुखद है, लेकिन सुरक्षाबलों के हौसले बुलंद हैं और नक्सली हिंसा के खिलाफ यह लड़ाई हम अवश्य जीतेंगे। आज रायपुर पहुंचे सीआरपीएफ के महानिदेशक कुलदीप सिंह के मुताबिक नक्सलियों ने आधुनिक हथियारों का इस्तेमाल किया है। घटनास्थल से एक महिला नक्सली का शव बरामद किया गया है। मारे गए नक्सलियों के पास से एक इंसास रायफल बरामद की गई है। रायपुर पहुंचने के बाद कुलदीप सिंह ने बालाजी अस्पताल में भर्ती घायल जवानों से मुलाकात की। सिंह रायपुर में पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के वरिष्ठ अफसरों से भी मिले। वह आज बीजापुर में मुठभेड़ वाली जगह पर भी जाएंगे। विशेष पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा ने बताया कि बीजापुर जिले के तर्रेम क्षेत्र के सिलगेर के जंगलों में सीआरपीएफ की कोबरा बटालियन, बस्तर बटालियन, डीआरजी और एसटीएफ के जवानों का दल पिछले दो दिन से नक्सलियों के खिलाफ अभियान पर निकला हुआ है। शनिवार सुबह सुरक्षाबलों को सूचना मिली थी कि जोनागुड़ा के पास नक्सलियों का जमावड़ा है। पहले भी यहां सैटेलाइट तस्वीरों में कुछ हलचल दिखाई दे रही थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जंगलों में सर्चिंग ऑपरेशन शुरू किया। जोनागुड़ा का एक इलाका गुरिल्ला वार जोन के अंतर्गत आता है। इसमें गुरिल्ला वार अर्थात छिपकर हमले की रणनीति ही कारगर होती है। इस क्षेत्र में सुरक्षाबलों की टीम कभी भी एक साथ नहीं जाती बल्कि छोटी-छोटी टुकड़ियों में ही जाती है। लिहाजा सुरक्षाबलों की टुकड़ियां एक के बाद एक यहां पहुंचती रहीं। नक्सली पहले से घात लगाकर बैठ थे। सुरक्षाबलों का दस्ता जैसे ही इस जोन में पहुंचा, नक्सलियों ने उनको घेर लिया। नक्सली ऊपरी इलाकों में थे और सुरक्षाबलों की हर गतिविधि पर नजर रखे हुए थे। इस कारण सुरक्षाबलों को ज्यादा नुकसान हुआ। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक पी सुदंरराज ने 22 जवानों की शहादत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि घटनास्थल पर 250 से ज्यादा नक्सली हो सकते हैं। इनका मूवमेंट अभी भी बना हुआ है। हिन्दुस्थान समाचार /केशव शर्मा

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