union-education-minister-conferred-lilavati-award-to-women
union-education-minister-conferred-lilavati-award-to-women

केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने महिलाओं को लीलावती पुरस्कार से सम्मानित किया

नई दिल्ली, 11 अप्रैल (हि.स.)। केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने रविवार को अखिल भारतीय शिक्षा परिषद द्वारा महिला सशक्तिकरण की थीम पर आधारित लीलावती पुरस्कार देकर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया। इस अवसर पर केंद्रीय महिला एवं बाल कल्याण और कपडा मंत्री स्मृति ईरानी, अखिल भारतीय शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो अनिल सहस्त्रबुद्धे, उपाध्यक्ष प्रो एम पी पुनिया, सदस्य सचिव प्रो राजीव कुमार, छात्र प्रकोष्ठ के निदेशक डॉ अमित कुमार श्रीवास्तव, एवं परिषद के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे। अखिल भारतीय शिक्षा परिषद द्वारा शुरू किए गए लीलावती पुरस्कार को अनूठी पहल बताते हुए पोखरियाल ने कहा, "राष्ट्रीय सशक्तिकरण के लिए व्यक्ति का सशक्तिकरण आवश्यक है खासकर महिलाओं का क्योंकि महिला सशक्तिकरण किसी भी राष्ट्र की प्रगति और सामाजिक उत्थान का सबसे बड़ा पैमाना माना जाता है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के हमारे प्रयासों में यह एक मील का पत्थर साबित होगा। लीलावती पुरस्कार के लिए कुल 456 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं थीं उनमें से 6 श्रेणियों में से 25 सर्वश्रेष्ठ प्रविष्टियों को क्षेत्र के प्रतिष्ठित विशेषज्ञों के द्वारा चुना गया है। इन प्रविष्टियों में महिला स्वास्थ्य के तहत 4, महिला उद्यमिता में 4, साक्षरता में 4, कानूनी जागरूकता में 4, आत्मरक्षा में 5 और स्वच्छता में 4 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं हैं। पोखरियाल ने केंद्र सरकार की सुकन्या समृद्धि योजना, बेटी बचाओं-बेटी पढ़ाओ योजना, बालिका समृद्धि योजना इत्यादि के बारे में एवं शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के बारे में भी विस्तार से बताया। उन्होनें शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई कुछ पहलों के बारे में बात करते हुए कहा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई सभी योजनाएं बालिकाओं और महिलाओं तक शिक्षा की पहुँच एवं शिक्षा में लैंगिक समानता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने की हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। हिन्दुस्थान समाचार/सुशील

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in