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पैंतीस साल बाद परिवार में आई बिटिया, ननिहाल से हेलिकॉप्टर में घर लाए माता-पिता

रोहित पारीक नागौर, 22 अप्रैल (हि.स.)। बेटियों को कुछ परिवारों में अभिशाप माना जाता है, वहीं नागौर जिले के कुचेरा क्षेत्र स्थित निम्बड़ी चांदावता गांव में किसान मदनलाल कुम्हार के घर में 35 साल बाद कन्या जन्म पर खुशियां बांटी गई। पौत्री के जन्म पर दादा झूमकर नाचे, साथ ही पूरे परिवार ने बेटी के जन्म पर अनूठे अंदाज खुशियां मनाई। दादा की इच्छा के अनुरूप परिजन ननिहाल से बेटी को हेलिकॉप्टर से लेकर बुधवार को गांव पहुंचे। हैलिपेड से घर तक रास्ते में फूल बिछाए गए। कुचेरा क्षेत्र के निम्बड़ी चांदावता निवासी मदनलाल के बेटे हनुमान प्रजापत की पत्नी चुका देवी ने अपने पीहर हरसोलाव गांव में तीन मार्च को बेटी रिया उर्फ सिद्धि को जन्म दिया था। ऐसे में बुधवार को दुर्गानवमी की सुबह उसके पिता हनुमान उसे लेने हेलिकॉप्टर से ननिहाल हरसोलाव पहुंचे और दोपहर में वहां से निम्बड़ी चांदावता में दादा के घर तक हेलिकॉप्टर में लेकर आए। हैलिपेड स्थल से घर तक फूलों और बैंड-बाजों के साथ नवजात बिटिया का स्वागत किया गया। इस दौरान नाते-रिश्तेदारों और दोस्तों को भोजन करवाया गया। मां सिद्धिदात्री मान की पूजा नवरात्रा के 9वें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। इस परिवार ने बिटिया के गृह प्रवेश पर उसे मां सिद्धिदात्री का स्वरुप मानते हुए पूजा की। बिटिया के नन्हे कदमों की छाप भी ली गई। नवजात बच्ची के दादा मदनलाल ने बताया कि समाज में आज भी कुछ ऐसे लोग हैं, जिनके घर बेटी के जन्म लेने पर उदासी छा जाती है, लेकिन मेरा मानना है कि बेटों से कही ज्यादा बेहतर बेटियां हैं। उन्होंने दस वर्ष पहले ही तय कर लिया था कि घर में बिटिया का जन्म होने पर उसका भव्य स्वागत सत्कार किया जाएगा। फसल बेच जुटाए हेलिकॉप्टर के लिए पैसे सामान्य किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले बेटी के दादा मदन लाल प्रजापत ने फसल बेचकर 5 लाख रुपये जुटाए और इसी रकम से हेलिकॉप्टर का इंतजाम किया। नवजात बच्ची को हेलिकॉप्टर में बिठाकर पहली बार घर लाने के दौरान उसके साथ हेलिकॉप्टर में बच्ची रिया के साथ उसके पिता हनुमानराम, फूफा अर्जुन प्रजापत, हनुमान राम के चचेरे भाई प्रेम व राजूराम सुबह 9 बजे निम्बड़ी चांदावता से बच्ची के ननिहाल हरसोलाव के लिए रवाना हुए। बच्ची के ननिहाल में जरूरी रस्मों को निभाने की औपचारिकताएं पूरी करने के बाद परिजन दोपहर 1.30 बजे मां चुका देवी व नवजात बच्ची रिया को ननिहाल हरसोलाव से निम्बड़ी चांदावता में दादा के घर के लिए हेलिकॉप्टर से रवाना हुए और दोपहर 2.15 बजे यहां पहुंच गए।

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