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तेलंगाना में कोराेना की तीसरी लहर का असर कम होगा : सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक

हैदराबाद ,15 जून (हि.स.) । तेलंगाना के सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक जी. श्रीनिवास राव ने कहा कि राज्य में कोरोना की स्थिति पर काबू पा लिया है। विशेषकर कोरोना पर चर्चा करते हुए कहा कि लॉकडाउन के प्रारंभ में तेलंगाना में सरकारी और निजी अस्पतालों में भर्ती कोरोना संक्रमितों की संख्या 29,000 के करीब थी जो अब घटकर 8,643 रह गई है। उन्होंने कहा कि 12 मई को कोरोना संक्रमण दर 6.74 फीसद थी, जो अब लगभग 1.40 फीसद पर पहुँच गयी है। मई के शुरुआती हफ्तों में यहाँ स्वास्थ्य सुधार की दर 90.4 फीसद थी। वर्तमान में यह दर 96 फीसद हो गई है। ऐसा अनुमान है कि तीसरी लहर की तीव्रता कम होगी। तेलंगाना में कोविड-19 की दूसरी लहर धीरे-धीरे नियंत्रण में आ रही है। बावजूद इसके जनता से आग्रह है कि वह कोरोना सुरक्षा से जुड़े सभी ऐहतियाती कदम गंभीरता के साथ उठाना जारी रखें। कोरोना संक्रमण को लेकर गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार एक बार फिर वर्तमान परिदृश्य को बदल सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में सार्वजनिक स्वास्थ्य निदेशक डॉ. जी. श्रीनिवास राव तथा स्वास्थ्य शिक्षा निदेशक डॉ. के. रमेश रेड्डी ने कहा कि राज्य में कोविड-19 के बढ़ते प्रसार की रोकथाम के लिए लागू लॉकडाउन, सभी जिलों में विशेष कोविड आउट पेशेंट सेवाओं, घर घर बुखार सर्वेक्षण जैसे कदमों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पिछले कुछ हफ्तों में कोविड के सक्रिय मामलों में लगातार गिरावट राज्य में संक्रमण की दूसरी लहर के धीरे-धीरे कम होने का स्पष्ट संकेत कहा जा सकता है। राज्य भर में स्थापित विशेष कोविड आउट पेशेंट सेवाओं में 27 लाख करीब व्यक्तियों की जाँच की गई। उन्होंने कहा कि राज्य में पिछले छह दिनों से लागू लॉकडाउन के कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रण में आई है। उन्होंने कहा कि अब किसी दिन लॉकडाउन अवश्य हट जायेगा। चिकित्सा शिक्षा निदेशक डॉ. के. रमेश रेड्डी ने कोविड मरीजों के उपचार व्यवस्थाओं के बारे में बताया कि आगामी कुछ दिनों में सभी बिस्तरों को आक्सीजन सुविधा से युक्त सुनिश्चित किया जाएगा। तीसरी लहर की तीव्रता कम होने के आसार हैं। बावजूद इसके सजग रहने की आवश्यकता है। कहा कि तीसरी लहर की तीव्रता पूरी तरह जनता पर निर्भर करेगी कि अगले कुछ महीनों में वे कोविड-19 के मानकों का कितनी गंभीरता से पालन करते हैं। सार्वजनिक स्वास्थ्य निर्देशक में जनता से आग्रह किया कि वे टेलीविजन पर आए हर कार्यक्रम को गंभीरता से ना लें। कुछ दिन पहले टेलीविजन चैनल पर करोना महामारी पर विचार विमर्श में एक केमिकल इंजीनियर ने तीसरी लहर पर बेबुनियादी बयान दिए थे। इस शख्स का कहना था की तीसरी लहर काफी घातक होगी और कोरोना के अलग अलग वेरिएंट पर इस टीका का कोई असर नहीं होगा। केमिकल इंजीनियर पराचूरी मालिक ने हिदायत दी की केंद्र सरकार टीकाकरण अभियान को तुरंत रोक दें और इस पर आवंटित किए जा रहे रु 35000 करोड़ का खर्च हर मंडल क्षेत्र में ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने में उपयोग किया जाए। इस बयान पर स्वस्थ निदेशक ने आपत्ति जताई और कहा कि ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान ने जनता को भयभीत कर दिया है और वे विभाग की ओर से पुलिस में मामला दर्ज कर रहे हैं। हिंदुस्थान समाचार/नागराज

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