Support the construction of Shri Ram temple by not crossing the pinnacle of power, as is the strength: Ramashish
Support the construction of Shri Ram temple by not crossing the pinnacle of power, as is the strength: Ramashish

यथाशक्ति नहीं, शक्ति की पराकाष्ठा से पार जाकर श्रीराम मंदिर निर्माण में सहयोग करें : रमाशीष

सुलतानपुर, 14 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) के क्षेत्रीय कार्यकारिणी सदस्य व वरिष्ठ प्रचारक रमाशीष ने गुरुवार को मकर संक्रांति उत्सव को संबोधित करते कहा कि भगवान राम के मंदिर का भव्य निर्माण होने जा रहा है। पूरे विश्व के लोग अवध के क्षेत्र में आएंगे, आज हम लोगों के सामने मंदिर निर्माण का विषय है। यह जीवन का अनमोल क्षण है। कहाकि भव्य राम मंदिर का निर्माण हमारे आपके सामने होने जा रहा है। यथाशक्ति नहीं, जितनी भी शक्ति हो सकती है अर्थात शक्ति की पराकाष्ठा को पार करके मंदिर के निर्माण में सहयोग करें। वे जिले के कुड़वार क्षेत्र में आयोजित मकरसंक्रांति कार्यक्रम में यह विचार रखी। श्रीराम मंदिर निर्माण दिव्य अवसर, जिसके हम बनेंगे गवाह उन्होंने कहा कि सफलता को प्रकट करने का अवसर है। शायद हमारा कई बार जन्म होगा। इससे पूर्व में लोग धरती पर आए होंगे, लेकिन यह बहुत ही दिव्य अवसर है। जिसके हम सभी लोग गवाह बनेंगे। सभी लोगों को नारियों का सम्मान करना होगा, तभी देश आगे बढ़ेगा उन्होंने कहा कि जातीयता से ऊपर उठने की आवश्यकता है। धरती माता का सम्मान करें, बाहरी चीजें बाहरी है आंतरिक चीजें आंतरिक है। दिन भर दुर्गा माता करते हैं और जब नारियों के सम्मान की बात आती है तो उनका अपमान करते हैं। समाज के सभी लोगों को नारियों का सम्मान करना होगा, तभी देश आगे बढ़ेगा। समाज की अच्छाइयों का प्रतीक मानवता कहाकि राम ने नारी के सम्मान को आगे बढ़ाया। राम ने शबरी के जूठे बेर खाए और पूरब से लेकर सुदूर दक्षिण तक रावण के आतंक को खत्म किया। बुराई पर अच्छाई की जीत दर्ज की। समाज की अच्छाइयों का प्रतीक मानवता है। मकर संक्रांति उत्सव का कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं राम चंद मिश्रा के संयोजन में किया गया। प्रमुख रूप से भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता रामचंद्र मिश्रा सांसद प्रतिनिधि रंजीत सिंह एवं कुड़वार मंडल के सभी पदाधिकारियों एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं व कुड़वार ब्लाक के आसपास के लोगों की उपस्थिति प्रमुख रही। हिन्दुस्थान समाचार/दयाशंकर/राजेश-hindusthansamachar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in