soon-a-law-on-conversion-will-be-made-in-karnataka
soon-a-law-on-conversion-will-be-made-in-karnataka

कर्नाटक में जल्द ही धर्मांतरण पर बनेगा कानून

बेंगलुरु,13 नवंबर (आईएएनएस)। सूत्रों के मुताबिक, हिंदू संगठनों और धर्मगुरुओं के दबाव में आकर कर्नाटक सरकार जल्द ही धर्मांतरण पर कानून बनाने की तैयारी में है। श्री राम सेना ने चेतावनी दी है कि अगर कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार जबरन धर्मांतरण पर प्रतिबंध लगाने के लिए कानून नहीं बनाती है तो वह राज्यव्यापी आंदोलन शुरू करेंगे। भाजपा के सूत्रों ने पुष्टि की कि सरकार इस संबंध में एक कानून बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है और अगले महीने बेलगावी में सुवर्ण सौधा में होने वाले आगामी शीतकालीन सत्र में इस विधेयक पर विचार किया जाएगा। विभिन्न मठों के संतों ने राज्य सरकार से इस अधिनियम को लागू करने की अपील की है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात करने वाले श्री राम सेना प्रमुख प्रमोद मुथालिक ने चेतावनी दी कि अगर राज्य सरकार कानून बनाने में विफल रहती है, तो कर्नाटक में सभी हिंदू धार्मिक संत आंदोलन शुरू करेंगे। मुथालिक के अनुसार, अंग्रेजों के काल से ही धर्म परिवर्तन हो रहे हैं। मुख्यमंत्री बोम्मई ने मांग पर सकारात्मक प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कर्नाटक सरकार पहले से ही इस संबंध में कुछ राज्यों द्वारा पारित कानूनों का अध्ययन कर रही है। कर्नाटक जल्द ही अपने स्वयं के अधिनियम के साथ सामने आएगा। उन्होंने कहा कि बल और प्रलोभन के माध्यम से धर्मांतरण के खिलाफ संविधान स्पष्ट है। उन्होंने कहा, मैं इसके खिलाफ पहले भी बोल चुका हूं। होसदुर्गा के बीजेपी विधायक गूलीहट्टी शेखर ने मॉनसून सत्र के दौरान धर्म परिवर्तन का मुद्दा उठाया था। उन्होंने दावा किया था कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में हजारों लोगों को धर्मांतरित किया गया है और धर्मांतरण गतिविधियों पर सवाल उठाने वालों पर मिशनरियों ने बलात्कार और अत्याचार के मामले थोपे हैं। बाद में, उन्होंने ईसाई धर्म से हिंदुओं को वापस लाने के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्र में घर वापसी कार्यक्रम का आयोजन किया था। --आईएएनएस एनपी/एएनएम

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in