स्मृति ईरानी ने जलपाईगुड़ी में भाजपा उम्मीदवार के समर्थन में की जनसभा
जलपाईगुड़ी, 07 अप्रैल (हि. स.)। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी बुधवार को जलपाईगुड़ी सदर विधानसभा के भाजपा उम्मीदवार सुजीत सिंह के समर्थन में काठसेतु कृषिबगान खेल के मैदान में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान अचानक बिजली गुल हो गयी जिसके चलते माइक बन्द हो गया। इसके बाद स्मृति ईरानी ने कुछ सेकेंड के बाद उन्होंने अपना भाषण बिना माइक के ही देना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने ममता बनर्जी की सरकार पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि दीदी बंगला की हालत देखो। कोई बिजली नहीं है। उन्होंने बिजली पाने के लिए 17 तारीख को भाजपा को मतदान करने को कहा। हालांकि, वह इस विकृति के लिए तृणमूल कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि तृणमूल कांग्रेस नेताओं ने बिजली बंद कर दी है। उन्होंने कहा दीदी ने सीआरपीएफ को घेरकर रखने कहा है। दीदी का नंदीग्राम में खेल खत्म हो गया है और अब इस चुनाव में प्रजातंत्र को घेरकर रखना चाहती हैं लेकिन बंगाल के लोग तय कर लिया है कि तृणमूल जा रही है और भाजपा आ रही है। स्मृति ने कहा दीदी जय श्रीराम कहने पर नाराज हो रही हैं। दीदी कहती है बंगाल में भगवान का नाम नहीं लिया जा सकता। वह रामनवमी के दौरान रैली नहीं निकाली जा सकतीं। वह खुद चुनाव के लिए नंदीग्राम जाकर चंडीपाठ कर रही है। उनका खेल समाप्त हो गया, और उनका कहना है कि भाजपा बंगाल छोड़ रही है। वह अभी तक उच्च न्यायालय के बिल्डिंग पर काम नहीं कर पाए हैं। लोगों के लिए पीने का पानी नहीं है। बंगाल के प्रत्येक गांव में पीने का पानी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र ने 900 रुपये का भुगतान किया है लेकिन उनका भतीजा एक रुपये भी नहीं देना चाहता है। इसलिए यदि आप पीने का पानी चाहते हैं, तो आपको भाजपा को वोट करना होगा। उन्होंने कहा हमने संकल्प पत्र में लिखा है कि अगर भाजपा बंगाल में सत्ता मे आती है तो हम 250 करोड़ रुपये के साथ राजबंशी पर्यटन सर्किट करेंगे। एक विकास बोर्ड होगा। हम प्रति चाय श्रमिकों को प्रत्येक दिन के लिए 350 रुपए देंगे। उन्होंने राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि दीदी ने आम लोगों के खिलाफ कार्य किया है। भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या की है। भाजपा के सत्ता में आने के बाद एक-एक गुंडे को जेल भेजेंगे। दीदी के गुंडों ने चावल खा लिया। बालू की चोरी कर रहे हैं और अब पानी की भी चोरी कर रहे हैं। जमीन पर कब्जा किया जा रहा है। जलपाईगुड़ी जिले की समस्याओं का उल्लेख करते हुए, स्मृति ने कहा, जलपाईगुड़ी के बारे में क्या? अगर गरीब लोगों को दवा नहीं मिलती है। सरकारी अस्पतालों में कोई डॉक्टर नहीं हैं। कोई दवा नहीं है। मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण नहीं किया गया है। बंगाल के योगों को आयुष्मान योजना लाभ नही मिलता। बुधवार की इस जनसभा में जलपाईगुड़ी के सांसद जयंत कुमार रॉय, जिलाध्यक्ष बापी गोस्वामी, जयंत चक्रवर्ती, आलोक चक्रवर्ती समेत अन्य नेता उपस्थित थे।हिन्दुस्थान समाचार/सुगंधी/गंगा