सामाजिक परिवर्तन का बड़ा केन्द्र बनेगा सेवा भारती का बाजना प्रकल्प: अनिल जी
-क्रमबद्ध 5 चरणों में साकार होगी प्रकल्प की परिकल्पना, गौशाला लोकार्पित -सेवा भारती की सेवा से नक्सली करते हैं आत्मसमर्पण -समाज का कार्य समाज के लिए करना सेवा भारती का एक मात्र भाव झांसी, 13 जनवरी (हि.स.)। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ(आरएसएस) पूर्व उप्र क्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक अनिल जी ने जिला मुख्यालय से 20 किमी दूर प्रकृति की गोद में बसे बाजना गांव में सेवा भारती द्वारा संचालित गौशाला का उद्घाटन किया। उन्होंने इस प्रकल्प को भविष्य का सबसे बड़ा सामाजिक परिवर्तन केन्द्र बताया। आदिवासी लोगों से घिरे इस क्षेत्र में 17 एकड़ भूमि पर संचालित यह प्रकल्प उनके जीवन में बदलाव लाने का और क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। सेवा भारती के कार्यकर्ता अपनी सुख सुविधाओं को तिलांजलि दे करते हैं समाज सेवा आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक ने कहा कि सेवा भारती संगठन देश में विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले अन्य संगठनों से भिन्न है। इसके कार्यकर्ता अपने घर के सुख सुविधाओं को तिलांजलि देकर समाज के बीच सामाजिक समरसता के साथ उनके सुख व दुखों में शामिल रहते हैं। देश में सेवा भारती के विभिन्न स्थानों पर छात्रावास संचालित हैं। इनमें हजारों असहाय व उपेक्षित आदिवासी बच्चे निशुल्क रहकर अपना भविष्य संवारते हैं। और समाज में परिवर्तन का माध्यम बन जाते हैं। दीनदयाल शोध संस्थान देश के लिए बना प्रेरणास्रोत उन्होंने दस्यु प्रभावित क्षेत्र चित्रकूट में स्थित नाना जी देशमुख द्वारा स्थापित दीनदयाल शोध संस्थान का उदाहरण प्रस्तुत करते हुए कहा कि आज वह संस्थान देश के लिए प्रेरणास्रोत बन गया है। वहां देश के तत्कालीन राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने भ्रमण कर इसे लोगों के लिए प्रेरणा का केन्द्र बताया। इतना ही नहीं देश के गौरव व पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेई तो प्रतिवर्ष इस केन्द्र पर जाया करते थे। उन्होंने बताया कि इस संस्थान की उपलब्धि यह है कि जब से यह संस्थान शुरु हुआ, दस्यु प्रभावित इस क्षेत्र के लोगों की विचारधारा में आमूलचूल परिवर्तन किया है। प्रसिद्ध तीर्थ स्थल होने के कारण जितने चित्रकूट में जितने श्रद्धालु भगवान कामदगिरि के दर्शन को आते हैं। अधिकतर इस संस्थान को देखने भी जाते हैं। सेवा भारती की सेवा से नक्सली करते हैं आत्मसमर्पण उन्होंने दिल्ली के सबसे बड़े छात्रावास का उदाहरण देते हुए बताया कि बड़े-बड़े उद्योग घराने इन प्रकल्पों की सेवा करते हुए हर तरह से सहयोग करते हैं। सेवा भारती के सेवा भाव से प्रभावित होकर छत्तीसगढ़ और सोनभद्र क्षेत्र के एक दर्जन नक्सलियों ने आत्मसपर्ण कर समाज की मुख्य धारा से जुड़ गए हैं। वहां का प्रशासन भी सेवा भारती के इस कार्य की सराहना करते नहीं थकता। समाज का कार्य समाज के लिए करना सेवा भारती का एक मात्र भाव कहाकि समाज का कार्य समाज के लिए करना सेवा भारती का एक मात्र भाव है। आतंकवाद के शिकार हुए लोगों के परिवारों को भी सेवा भारती ने अपनाया। श्रीनगर में भी सेवा भारती का कार्य संचालित है। वहां छात्रावास में पढ़ने वाले एक ओर नमाज पढ़ते हैं तो दूसरी ओर भारत माता की जय भी बोलते हैं। सेवा भारती लोगों के चरित्र का निर्माण करती है। संस्कार का भाव उनके मन में भरा होता है। आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक ने बताया कि यूपीए सरकार के दौरान सेवा के क्षेत्र में कार्य करने वाले संगठनों का सर्वे कराया था। जिसमें सेवा भारती का कार्य प्रथम स्थान पर पाया गया था। जबकि पैसे लेकर काम करने वाले संगठन सेवा भारती से बहुत पीछे रहे। उन्होंने विश्वास जताया कि झांसी का यह सेवा प्रकल्प परिवर्तन का बड़ा केन्द्र बनेगा। इसको पूर्ण विकसित करने के लिए उन्होंने लोगों से धन के साथ समय के सहयोग का भी आह्वान किया। ताकि इस क्षेत्र के लोग स्वावलम्बी बन सकें। इस दौरान मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक शिवकुमार भार्गव भी उपस्थित रहे। प्रारम्भ में क्षेत्र प्रचारक ने गौरक्षाशाला का उद्घाटन किया व गौमाता का पूजन किया। मंच पर भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। सेवा भारती द्वारा सेवा ग्राम बाजना में निःशुल्क स्वास्थ शिविर का आयोजन किया गया तथा समाज में समरसता का संदेश देते हुए खिचड़ी भोज का आयोजन भी किया गया। 63 दिन में खाण्डव प्रस्थ बन गया इन्द्र प्रस्थ कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सेवा भारती झांसी महानगर अध्यक्ष राजेश उपाध्याय ने कहा कि इस प्रकल्प की परिकल्पना महज 63 दिन पूर्व 01 नवम्बर 2020 को की गई थी। 63 दिन पूर्व यह स्थान खाण्डव प्रस्थ था। जो आज सेवा भारती के प्रयास से इन्द्र प्रस्थ में तब्दील हो रहा है। इसके साथ ही उन्होंने सभी का आभार जताया। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों से समाज के इस महती कार्य के लिए सहयोग का आह्वान भी किया। सेवा भारती के कार्यक्रमों में निहित है सेवा का भाव जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने इस जमीन से जुड़े कार्यक्रम में शामिल होने पर हर्ष जताया। सेवा भारती के कार्यक्रमों में सेवा का ही भाव निहित है। कहा कि उन्होंने फोटो वाले कार्यक्रम बहुत देखे हैं। पर सेवा भारती जमीन से जुड़कर समाज हित में कार्य कर रहा है। उन्होंने अपील की कि इस प्रकार के कार्यक्रमों में उन्हें जरुर बुलाया जाए। ये पांच प्रकल्प चरणबद्ध हैं प्रस्तावित सेवा भारती के महानगर मंत्री नरेन्द्र कुमार गुप्ता ने बताया कि सेवा ग्राम बाजना में चरणबद्ध तरीके से पांच प्रकल्पों की परिकल्पना की गई है। इसमें से गौरक्षा शाला प्रथम प्रकल्प के रुप में बुधवार को उद्घाटित हो गई है। इसके बाद दूसरे चरण में आदिवासी बच्चों के लिए आवासीय विद्यालय व छात्रावास खोलने का प्रस्ताव है। तीसरे चरण में निःशुल्क चिकित्सालय संचालित किया जाना सुनिश्चित है। चैथे चरण में जैविक खेती और हर्बल औषधि का प्रस्ताव रखा गया है। पांचवे चरण में स्किल डवलपमेंट का प्रस्ताव है। इसके तहत मोमबत्ती बनाना,सूत कताई,मसाला निर्माण,सिलाई,बुनाई,कढ़ाई व स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा। इससे क्षेत्र के आदिवासी लोगों का बहुमुखी विकास हो और उनका आर्थिक स्तर ऊंचा उठ सकेगा। ये रहे उपस्थित सेवा भारती के कार्यक्रम में आरएसएस के सह प्रांत कार्यवाह इं.अनिल श्रीवास्तव, विभाग प्रचारक अजय जी, महापौर रामतीर्थ सिंघल, जिलाध्यक्ष मुकेश मिश्रा, जिलाध्यक्ष जमुना प्रसाद कुशवाहा, बबीना विधायक राजीव सिंह पारीछा, भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री रामनरेश तिवारी,कुलदीप जी,डा.बीके गुप्ता,डा.प्रमोद गुप्ता, अंजना खण्डेलवाल,शालिनी भार्गव, संजीव श्रृंगीऋषि, प्रदीप सरावगी, जिला महामंत्री बद्री प्रसाद त्रिपाठी, उदय लुहारी,दुष्यंत चतुर्वेदी, मयंक गुप्ता, दिगंत चतुर्वेदी, भाजयुमो जिलाध्यक्ष मन्नी सरदार आदि उपस्थित रहे। हिन्दुस्थान समाचार/महेश/राजेश-hindusthansamachar.in